राणा राज सिंह | Rana Raj Singh के बारे में अधिक जानकारी :
इस पुस्तक का नाम : राणा राज सिंह है | इस पुस्तक के लेखक हैं : Acharya Chatursen Shastri | Acharya Chatursen Shastri की अन्य पुस्तकें पढने के लिए क्लिक करें : Acharya Chatursen Shastri | इस पुस्तक का कुल साइज 6.13 MB है | पुस्तक में कुल 256 पृष्ठ हैं |नीचे राणा राज सिंह का डाउनलोड लिंक दिया गया है जहाँ से आप इस पुस्तक को मुफ्त डाउनलोड कर सकते हैं | राणा राज सिंह पुस्तक की श्रेणियां हैं : Biography, history
Name of the Book is : Rana Raj Singh | This Book is written by Acharya Chatursen Shastri | To Read and Download More Books written by Acharya Chatursen Shastri in Hindi, Please Click : Acharya Chatursen Shastri | The size of this book is 6.13 MB | This Book has 256 Pages | The Download link of the book "Rana Raj Singh" is given above, you can downlaod Rana Raj Singh from the above link for free | Rana Raj Singh is posted under following categories Biography, history |
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उसी वर्ष उन्होंने श्री एकलिङ्ग जी में जाकर रत्नों का तुलादान किया, जो भारतवर्ष के इतिहास में एकमात्र उदाहरण है । सन् १६५३ की ४ फर्वरी को उनका राज्याभिषेकोत्सव हुआ । और चाँदी को तुलादान किया । इसी अवसर पर शाहजहाँ ने उन्हें राणा का, ख़िताब, पाँच हज़ारी जात और ५ हज़ार सवारों का मनसब देकर जड़ाऊ तलवार, हाथी, घोडे वगैरा भेजे। परन्तु राजसिंह ने गद्दी पर बैठते ही चित्तौर के क़िले की मरम्मत शुरू करदी इस ख़बर को सुनकर शाहजहाँ अजमेर खोजी की दरगाह की ज़ियारत करने के बहाने से आया और अब्दालबे को क़िले की मरम्मत देखने को भेजा। और जब उसने लौट कर बताया कि पश्चिम की ओर ७ दर्वाङ्गों की मरम्मत करली गई है |