रीता : प्रताप नारायण टंडन हिंदी पुस्तक मुफ्त पीडीऍफ़ डाउनलोड | Rita : Pratap Narayan Tandan Hindi Book Free PDF Download

रीता : प्रताप नारायण टंडन | Rita : Pratap Narayan Tandan

रीता : प्रताप नारायण टंडन  | Rita : Pratap Narayan Tandan

रीता : प्रताप नारायण टंडन | Rita : Pratap Narayan Tandan के बारे में अधिक जानकारी :

इस पुस्तक का नाम : रीता है | इस पुस्तक के लेखक हैं : Pratap narayan | Pratap narayan की अन्य पुस्तकें पढने के लिए क्लिक करें : | इस पुस्तक का कुल साइज 79 MB है | पुस्तक में कुल 131 पृष्ठ हैं |नीचे रीता का डाउनलोड लिंक दिया गया है जहाँ से आप इस पुस्तक को मुफ्त डाउनलोड कर सकते हैं | रीता पुस्तक की श्रेणियां हैं : Stories, Novels & Plays

Name of the Book is : Rita | This Book is written by Pratap narayan | To Read and Download More Books written by Pratap narayan in Hindi, Please Click : | The size of this book is 79 MB | This Book has 131 Pages | The Download link of the book "Rita" is given above, you can downlaod Rita from the above link for free | Rita is posted under following categories Stories, Novels & Plays |

पुस्तक के लेखक :
पुस्तक की श्रेणी :
पुस्तक का साइज : 79 MB
कुल पृष्ठ : 131

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संभवतः यहां पहाड़ पर पहुंचे हुए मुझे एक महीना पूरा होने आ रहा है। पर मैं देखता हूं। कि मेरी स्थिति में कोई परिवर्तन नहीं आया। मेरी घबराहट में कोई कमी नहीं हुई और मेरी व्यथा अब भी वैसी ही तीव्र है। यही नहीं, अब तो मुझे अपने-आपमें कुछ असामान्य प्रतिक्रियाएं लक्षित होती हैं, यद्यपि मनोवैज्ञानिक रूप से उनका कोई बहुत स्वाभाविक आधार भी संभाव्य है । लेकिन फिर भी मैं अपने-आपसे हमेशा यही कोशिश करता हूं कि मेरे व्यवहार में पूर्ण रूप से स्वाभाविकता प्रतीत हो और लोग मुझे पागल न समझे। लेकिन काफी होशियारी के बावजूद भी मेरा ख्याल है कि वे मुझे पागल नहीं, तो कुछ सनकी ज़रूर समझते हैं।
आपके मन में स्वभावतः ही यह प्रश्न उठेगा कि आखिर ऐसी कौन-सी बात है जो मुझे इतना उद्विग्न रखती है । असल में, बात यह है कि मेरे जीवन में एक ऐसी घटना घटित हो चुकी है, जिसके फलस्वरूप ही यह सब हो रहा है। पहले मैं यह सोचता था कि अपने दुर्भाग्य की यह कहानी अपने तक ही सीमित रखूगा

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