शबनम | Shabanam के बारे में अधिक जानकारी :
इस पुस्तक का नाम : शबनम है | इस पुस्तक के लेखक हैं : Shri Zahur Bakhsh | Shri Zahur Bakhsh की अन्य पुस्तकें पढने के लिए क्लिक करें : Shri Zahur Bakhsh | इस पुस्तक का कुल साइज 11 MB है | पुस्तक में कुल 215 पृष्ठ हैं |नीचे शबनम का डाउनलोड लिंक दिया गया है जहाँ से आप इस पुस्तक को मुफ्त डाउनलोड कर सकते हैं | शबनम पुस्तक की श्रेणियां हैं : Stories, Novels & Plays
Name of the Book is : Shabanam | This Book is written by Shri Zahur Bakhsh | To Read and Download More Books written by Shri Zahur Bakhsh in Hindi, Please Click : Shri Zahur Bakhsh | The size of this book is 11 MB | This Book has 215 Pages | The Download link of the book "Shabanam" is given above, you can downlaod Shabanam from the above link for free | Shabanam is posted under following categories Stories, Novels & Plays |
यदि इस पेज में कोई त्रुटी हो तो कृपया नीचे कमेन्ट में सूचित करें |
पुस्तक का एक अंश नीचे दिया गया है : यह अंश मशीनी टाइपिंग है, इसमें त्रुटियाँ संभव हैं, इसे पुस्तक का हिस्सा न माना जाये |
वनागरी लिपि सौन्दर्य और ध्वनि-ग्राहिका-शक्ति के विचार से अप्रतिम है । हिन्दी भाषा इसी देवनागरी लिपि में लिखी जाती है । फलतः प्रत्येक मनग्य उसे सरलता से पढ़ने-लिखने और बोलने लगता है । यही कारण है, आज निष्प्रयास ही हिन्दुस्तान जैसे विशाल देश की U-भाप बन गई है । हिन्दी-भाषा में माधुर्यं के सिवाय भाव-प्रदर्शन की भी अतृत क्षमता है । अतएव अरबी, फारसी आदि भाषाओं के प्रेमी मुसलमान भी उसके इन गुणों पर रीझ गए तथा शताब्दियों निर्विकार भाव से उसकी पूजा करते रहे । परन्तु अब राजनैतिक उथल-पुथल ने परिस्थिति यहूँ। तक बदल दी है कि सम्भवतः मैं हिन्दुस्तान का अन्तिम हिन्दी-उपासक, मुसलमान हूँ ।