घट रामायण | Ghat Ramayan

घट रामायण | Ghat Ramayan

घट रामायण | Ghat Ramayan के बारे में अधिक जानकारी :

इस पुस्तक का नाम : घट रामायण है | इस पुस्तक के लेखक हैं : Unknown | Unknown की अन्य पुस्तकें पढने के लिए क्लिक करें : | इस पुस्तक का कुल साइज 75.3 MB है | पुस्तक में कुल 200 पृष्ठ हैं |नीचे घट रामायण का डाउनलोड लिंक दिया गया है जहाँ से आप इस पुस्तक को मुफ्त डाउनलोड कर सकते हैं | घट रामायण पुस्तक की श्रेणियां हैं : dharm, Granth

Name of the Book is : Ghat Ramayan | This Book is written by Unknown | To Read and Download More Books written by Unknown in Hindi, Please Click : | The size of this book is 75.3 MB | This Book has 200 Pages | The Download link of the book "Ghat Ramayan" is given above, you can downlaod Ghat Ramayan from the above link for free | Ghat Ramayan is posted under following categories dharm, Granth |


पुस्तक के लेखक :
पुस्तक की श्रेणी : ,
पुस्तक का साइज : 75.3 MB
कुल पृष्ठ : 200

Search On Amazon यदि इस पेज में कोई त्रुटी हो तो कृपया नीचे कमेन्ट में सूचित करें |
पुस्तक का एक अंश नीचे दिया गया है : यह अंश मशीनी टाइपिंग है, इसमें त्रुटियाँ संभव हैं, इसे पुस्तक का हिस्सा न माना जाये |

तुलसा साहब का जीवन-चरित्र सतगुरु तुलसी साहिब जिनको लोग साहिबजी भी कहते थे जाति के दक्षिनी ब्राह्मन राजा पूना के युवराज यानी बड़े बेटे थे जिनका नाम उनके पिता ने श्यामराव रखा था। ब्रा उमर में उनकी मर्जी के खिलाफ पिता ने उनका विवाह कर दिया पर वह जवान होने ब्रह्मचर्य में पक्के और अपनी स्त्री से अलग रहे । उनकी स्त्री जिसका नाम लक्ष्मीबाई यो पवित्रता थीं और अपने पति की सेवा दिलजान से बराबर करती थीं। आखिर में एक दिन कि उनके पति किसी भारी सेवा पर बड़े प्रसन्न हुए और उनसे बर माँगने को कहा तो उन्होंने अप सास की सीख के अनुसार यह बेर माँगा कि मुझे एक पुत्र हो साहिबजी ने कहा बहुत अच्छा और इस महीने पीछे बेटा हुआ।

You might also like
Leave A Reply

Your email address will not be published.