सीकरी की दीवारें | Sikari Ki Deewarein

सीकरी की दीवारें | Sikari Ki Deewarein

सीकरी की दीवारें | Sikari Ki Deewarein

सीकरी की दीवारें | Sikari Ki Deewarein के बारे में अधिक जानकारी :

इस पुस्तक का नाम : सीकरी की दीवारें है | इस पुस्तक के लेखक हैं : Vishnu prabhakar | Vishnu prabhakar की अन्य पुस्तकें पढने के लिए क्लिक करें : | इस पुस्तक का कुल साइज 05.0 MB है | पुस्तक में कुल 272 पृष्ठ हैं |नीचे सीकरी की दीवारें का डाउनलोड लिंक दिया गया है जहाँ से आप इस पुस्तक को मुफ्त डाउनलोड कर सकते हैं | सीकरी की दीवारें पुस्तक की श्रेणियां हैं : comedy

Name of the Book is : Sikari Ki Deewarein | This Book is written by Vishnu prabhakar | To Read and Download More Books written by Vishnu prabhakar in Hindi, Please Click : | The size of this book is 05.0 MB | This Book has 272 Pages | The Download link of the book " Sikari Ki Deewarein" is given above, you can downlaod Sikari Ki Deewarein from the above link for free | Sikari Ki Deewarein is posted under following categories comedy |

पुस्तक के लेखक :
पुस्तक की श्रेणी :
पुस्तक का साइज : 05.0 MB
कुल पृष्ठ : 272

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सांसे थम गई पल भर में जाने क्या हो जाता दरबारमें चीख पुकार मची थी । बादशाह तख्तसे उतर चुके थे, मेरा एक पैर पर्दे के बाहर हो चुका था कि उडिया हाथीफा रह-रह कर गुजलक भरता सूड तलवारके एक झटकेसे केलेके खम्भ-सा कट गया । तभी पसीनेसे लथपथ कुँवरको देखा था, सकीना, दारा और कुवरके वालिद राजाने जब एक साथ । उसे सीनेसे लगा लिया था, जब दोनोसे मूठ भर ऊपर उसका सिर काले घंघराले बालोसे लहरा रहा था, जब उसके चौडे ललाटपर धूपने पसीनेके मोती बिखेर दिये थे, उसकी पगडोके फेटे वाये कन्धेचे उलझ गये थे।

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