वैदिका संस्कृति का विकास | Vaidika Sanskriti Ka Vikaas के बारे में अधिक जानकारी :
इस पुस्तक का नाम : वैदिका संस्कृति का विकास है | इस पुस्तक के लेखक हैं : Lakshamshastri Joshi | Lakshamshastri Joshi की अन्य पुस्तकें पढने के लिए क्लिक करें : Lakshamshastri Joshi | इस पुस्तक का कुल साइज 42.2 MB है | पुस्तक में कुल 390 पृष्ठ हैं |नीचे वैदिका संस्कृति का विकास का डाउनलोड लिंक दिया गया है जहाँ से आप इस पुस्तक को मुफ्त डाउनलोड कर सकते हैं | वैदिका संस्कृति का विकास पुस्तक की श्रेणियां हैं : Knowledge
Name of the Book is : Vaidika Sanskriti Ka Vikaas | This Book is written by Lakshamshastri Joshi | To Read and Download More Books written by Lakshamshastri Joshi in Hindi, Please Click : Lakshamshastri Joshi | The size of this book is 42.2 MB | This Book has 390 Pages | The Download link of the book "Vaidika Sanskriti Ka Vikaas" is given above, you can downlaod Vaidika Sanskriti Ka Vikaas from the above link for free | Vaidika Sanskriti Ka Vikaas is posted under following categories Knowledge |
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इस ग्रन्थके मूल लेखक पं० लक्ष्मशास्त्री जोशी महाराष्टके उच्च5 कोटिके विद्वानों में से एक हैं । आपका अध्ययन यद्यपि पुरानी प्रणालीसे हुआ है परन्तु आधुनिक ज्ञान-विज्ञानते भी आप अच्छी तरह परिचित हैं । जिस तरह पुरानी प्रणालीसे संस्कृतके द्वारा वेद, ब्राह्मण, उपनिषत् , सांख्य, योग, मीमांसा, न्याय, दर्शन, वेदान्त और धर्म-शास्त्रोंपर आपने असाधारण अधिकार प्राप्त किया है, उसी तरह अंग्रेजीके द्वारा पाश्चात्य दर्शन, तर्कशास्त्र, इतिहास, समाजशास्त्र आदिका भी तलस्पशी ज्ञान आपको है । इस बहुमुखी पाण्डित्यके कारण ही आप नागपुर विश्वविद्यालय द्वारा आमंत्रित हुए और वहाँ एक बार तर्कशास्त्रपर अंग्रेजीमें और दूसरी बार ' हिन्दू धर्मकी समीक्षा' पर मराठीमें आपके व्याख्यान हुए।