मेरे गुरुदेव | Mere Gurudev के बारे में अधिक जानकारी :
इस पुस्तक का नाम : मेरे गुरुदेव है | इस पुस्तक के लेखक हैं : Swami Vivekanand | Swami Vivekanand की अन्य पुस्तकें पढने के लिए क्लिक करें : Swami Vivekanand | इस पुस्तक का कुल साइज 2.2 MB है | पुस्तक में कुल 56 पृष्ठ हैं |नीचे मेरे गुरुदेव का डाउनलोड लिंक दिया गया है जहाँ से आप इस पुस्तक को मुफ्त डाउनलोड कर सकते हैं | मेरे गुरुदेव पुस्तक की श्रेणियां हैं : dharm, Knowledge
Name of the Book is : Mere Gurudev | This Book is written by Swami Vivekanand | To Read and Download More Books written by Swami Vivekanand in Hindi, Please Click : Swami Vivekanand | The size of this book is 2.2 MB | This Book has 56 Pages | The Download link of the book "Mere Gurudev" is given above, you can downlaod Mere Gurudev from the above link for free | Mere Gurudev is posted under following categories dharm, Knowledge |
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हमारी यह संसार अमविभाग की प्रणाली पर अवम्बित है। यह कहना व्यर्थ है कि एक ही मनुष्य प्रत्येक वस्तु का अधिकारी होगा, परन्तु फिर भी एक पन्चे के समान न कैसे बनवान हैं।मानवश एक बच्चा यही सोचता है कि समस्त संसार में चांडनीय, अस्तु केवल उसी गुडिया ही है। इसी प्रकार एक जाति जो भौतिक प्रति में श्रेष्ठ है, सोचती है कि इस संसार में यदि ई वस्तु अमूल्य एवं प्राप्त करने योग्य है |