मुद्रा शास्त्र | Mudra Shastra के बारे में अधिक जानकारी :
इस पुस्तक का नाम : मुद्रा शास्त्र है | इस पुस्तक के लेखक हैं : Prannath Vidyalankar | Prannath Vidyalankar की अन्य पुस्तकें पढने के लिए क्लिक करें : Prannath Vidyalankar | इस पुस्तक का कुल साइज 24.0 MB है | पुस्तक में कुल 347 पृष्ठ हैं |नीचे मुद्रा शास्त्र का डाउनलोड लिंक दिया गया है जहाँ से आप इस पुस्तक को मुफ्त डाउनलोड कर सकते हैं | मुद्रा शास्त्र पुस्तक की श्रेणियां हैं : Knowledge
Name of the Book is : Mudra Shastra | This Book is written by Prannath Vidyalankar | To Read and Download More Books written by Prannath Vidyalankar in Hindi, Please Click : Prannath Vidyalankar | The size of this book is 24.0 MB | This Book has 347 Pages | The Download link of the book "Mudra Shastra " is given above, you can downlaod Mudra Shastra from the above link for free | Mudra Shastra is posted under following categories Knowledge |
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यह जानना नितांत आवश्यक है कि पुराने लोगों ने भिन्न भिन्न ‘पदार्थों को मुद्रा के तौर पर क्यों चुना। उनमें क्या गुण थे जिनके कारण वे विनियम के माध्यम के तौर पर उत्तम माने गए। इन प्रश्नों से जो कुछ झलकता है, वह यही है कि विनिमय के माध्यम का चुनाव कोई कल्पित घटना है। वास्तविक बात तो है कि सामाजिक परिस्थिति ही विनिमय के माध्यम की निर्णायक थी। इस काम के लिये जो पदार्थ उपयुक्त था, चही माध्यम बन गया। चावल, गौ, बैल,रथ,दास, दासी आदि अनेक पदार्थ माध्यम बने और समयांतर में दूसरे पदार्थों ने उनका स्थान ले लिया।