प्रारम्भिक कर्मकाण्ड | Prarambhik Karmkand के बारे में अधिक जानकारी :
इस पुस्तक का नाम : प्रारम्भिक कर्मकाण्ड है | इस पुस्तक के लेखक हैं : Shri Ram Sharma Acharya | Shri Ram Sharma Acharya की अन्य पुस्तकें पढने के लिए क्लिक करें : Shri Ram Sharma Acharya | इस पुस्तक का कुल साइज 05.9 MB है | पुस्तक में कुल 124 पृष्ठ हैं |नीचे प्रारम्भिक कर्मकाण्ड का डाउनलोड लिंक दिया गया है जहाँ से आप इस पुस्तक को मुफ्त डाउनलोड कर सकते हैं | प्रारम्भिक कर्मकाण्ड पुस्तक की श्रेणियां हैं : inspirational
Name of the Book is : Prarambhik Karmkand | This Book is written by Shri Ram Sharma Acharya | To Read and Download More Books written by Shri Ram Sharma Acharya in Hindi, Please Click : Shri Ram Sharma Acharya | The size of this book is 05.9 MB | This Book has 124 Pages | The Download link of the book "Prarambhik Karmkand " is given above, you can downlaod Prarambhik Karmkand from the above link for free | Prarambhik Karmkand is posted under following categories inspirational |
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गुरु व्यक्ति तक सीमित नहीं, वह एक दिव्य चेतन प्रवाह ईश्वर का ही एक अंश होता है । परीक्षा लेकर पास फेल करने वाले तथा पास बिठाकर पढ़ाने वाले दोनों ही शिक्षक कहे जाते हैं । चेतना का एक अंश जो अनुशासन व्यवस्था बनाता, उसका फल देता है-वह ईश्वर है, दूसरा अंश जो अनुशासन-मर्यादा सिखाता है, उसमें गति पैदा कराता है, वह गुरु है। ऐसी चेतना के रूप में गुरु की वन्दना करके उस अनुशासन को अपने ऊपर आरोपित करना चाहिए, उसका उपकरण बनने के लिए भाव-भरा आवाहन करना चाहिए |