ऋग्वेद भाष्य भाग 3 | Rigveda Bhashya Part 3

ऋग्वेद भाष्य भाग 3 | Rigveda Bhashya Part 3

ऋग्वेद भाष्य भाग 3 | Rigveda Bhashya Part 3

ऋग्वेद भाष्य भाग 3 | Rigveda Bhashya Part 3 के बारे में अधिक जानकारी :

इस पुस्तक का नाम : ऋग्वेद भाष्य भाग 3 है | इस पुस्तक के लेखक हैं : Maharshi Dayanand Saraswati | Maharshi Dayanand Saraswati की अन्य पुस्तकें पढने के लिए क्लिक करें : | इस पुस्तक का कुल साइज 47.8 MB है | पुस्तक में कुल 935 पृष्ठ हैं |नीचे ऋग्वेद भाष्य भाग 3 का डाउनलोड लिंक दिया गया है जहाँ से आप इस पुस्तक को मुफ्त डाउनलोड कर सकते हैं | ऋग्वेद भाष्य भाग 3 पुस्तक की श्रेणियां हैं : dharm

Name of the Book is : Rigveda Bhashya Part 3 | This Book is written by Maharshi Dayanand Saraswati | To Read and Download More Books written by Maharshi Dayanand Saraswati in Hindi, Please Click : | The size of this book is 47.8 MB | This Book has 935 Pages | The Download link of the book "Rigveda Bhashya Part 3 " is given above, you can downlaod Rigveda Bhashya Part 3 from the above link for free | Rigveda Bhashya Part 3 is posted under following categories dharm |

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पुस्तक का साइज : 47.8 MB
कुल पृष्ठ : 935

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पदार्थ:-हे मनुष्यो वह अग्निः परमेश्वर वा विद्वान् सत्पतिम् श्रेष्ठ के पालन करने वाले को बवाति देता है जो अनिः अग्नि पुषा युद्ध करती हुई सेना और नृभिः नामक अर्थात् अग्रणी मनुष्यों से रपुष्यबम् सपुग मनवान् जेतारम् जीतने और अपराजितम् नहीं हारने वाले राजा को पत्यम् मार्ग को व्याप्त होते घोड़े को जैसे वैसे सासाह सहता है आवार्यः-हे विद्वानो जैसे ईश्वर धमिष्ठ जनों के लिये धम्र्मात्मा राजा को देता है|

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