श्री लक्ष्मी चालीसा | Shri Lakshmi Chalisa के बारे में अधिक जानकारी :
इस पुस्तक का नाम : श्री लक्ष्मी चालीसा है | इस पुस्तक के लेखक हैं : Unknown | Unknown की अन्य पुस्तकें पढने के लिए क्लिक करें : Unknown | इस पुस्तक का कुल साइज 200 KB है | पुस्तक में कुल 2 पृष्ठ हैं |नीचे श्री लक्ष्मी चालीसा का डाउनलोड लिंक दिया गया है जहाँ से आप इस पुस्तक को मुफ्त डाउनलोड कर सकते हैं | श्री लक्ष्मी चालीसा पुस्तक की श्रेणियां हैं : dharm
Name of the Book is : Shri Lakshmi Chalisa | This Book is written by Unknown | To Read and Download More Books written by Unknown in Hindi, Please Click : Unknown | The size of this book is 200 KB | This Book has 2 Pages | The Download link of the book " Shri Lakshmi Chalisa" is given above, you can downlaod Shri Lakshmi Chalisa from the above link for free | Shri Lakshmi Chalisa is posted under following categories dharm |
पुस्तक का एक अंश नीचे दिया गया है : यह अंश मशीनी टाइपिंग है, इसमें त्रुटियाँ संभव हैं, इसे पुस्तक का हिस्सा न माना जाये |
तुम समान नहिं कोई उपकारी सब विधि पुरवहु आस हमारी जय जय जगत जननि जगदम्बा। सबकी तुम ही हो अवलम्बा
तुम ही हो सब घट घट वासी विनती यही हमारी खासीजगजननी जय सिन्धु कुमारी दीनन की तुम हो हितकारी विनवौं नित्य तुमहिं महारानी कृपा करौ जग जननि भवानी केहि विधि स्तुति करौं तिहारी सुधि लीजै अपराध बिसारी कृपा दृष्टि चितववो मम ओरी जगजननी विनती सुन मोरी ज्ञान बुघि जय सुख की दाता संकट हरो हमारी माता क्षीरसिन्धु जब विष्णु मथायो चौदह रत्न सिन्धु में पायो चौदह रत्न में तुम सुखरासी सेवा कियो प्रभु बनि दासी |