योग की उत्पत्ति और उसका प्रारम्भिक इतिहास | Yog Ki Utpatti Aur Uska Prarambhik Itihas के बारे में अधिक जानकारी :
इस पुस्तक का नाम : योग की उत्पत्ति और उसका प्रारम्भिक इतिहास है | इस पुस्तक के लेखक हैं : Lalmani Joshi | Lalmani Joshi की अन्य पुस्तकें पढने के लिए क्लिक करें : Lalmani Joshi | इस पुस्तक का कुल साइज 04.16 MB है | पुस्तक में कुल 26 पृष्ठ हैं |नीचे योग की उत्पत्ति और उसका प्रारम्भिक इतिहास का डाउनलोड लिंक दिया गया है जहाँ से आप इस पुस्तक को मुफ्त डाउनलोड कर सकते हैं | योग की उत्पत्ति और उसका प्रारम्भिक इतिहास पुस्तक की श्रेणियां हैं : history
Name of the Book is : Yog Ki Utpatti Aur Uska Prarambhik Itihas | This Book is written by Lalmani Joshi | To Read and Download More Books written by Lalmani Joshi in Hindi, Please Click : Lalmani Joshi | The size of this book is 04.16 MB | This Book has 26 Pages | The Download link of the book "Yog Ki Utpatti Aur Uska Prarambhik Itihas " is given above, you can downlaod Yog Ki Utpatti Aur Uska Prarambhik Itihas from the above link for free | Yog Ki Utpatti Aur Uska Prarambhik Itihas is posted under following categories history |
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'योग' का सम्बन्ध ‘तप' के साथ रहा है। प्राचीन वैदिक ग्रन्थ 'तप' का और उसके परिणामों का बहुल उल्लेख करते हैं । 'तप' का यज्ञ के साथ भी घनिष्ठ सम्बन्ध था । ऐसा प्रतीत होता है कि वैदिक काल का ‘तप' यज्ञ का ही एक स्वरूप अथवा पहल था । चूँकि 'मोक्ष' का आदर्श संहिताओं, ब्राह्मणों एवं आरण्यकों में अज्ञात है, अतएव वैदिक ‘तप' को उसी प्रकार मुक्ति का मार्ग नहीं माना जा सकता है, जिस प्रकार वैदिक यज्ञ को निर्वाण' का साधन नहीं माना जा सकता। 'योग' का ‘तप' व यज्ञ के अतिरिक्त जादू (वैदिक ‘यातु') चमत्कार, तन्त्र, मन्त्र, चिकित्सा एवं सिद्धियों से भी प्राचीन समय से सम्बन्ध रहा है ।