झरत दसहुं दिस मोती | Zarat Dashun Dis Moti के बारे में अधिक जानकारी :
इस पुस्तक का नाम : झरत दसहुं दिस मोती है | इस पुस्तक के लेखक हैं : osho | osho की अन्य पुस्तकें पढने के लिए क्लिक करें : osho | इस पुस्तक का कुल साइज 03.3 MB है | पुस्तक में कुल 34 पृष्ठ हैं |नीचे झरत दसहुं दिस मोती का डाउनलोड लिंक दिया गया है जहाँ से आप इस पुस्तक को मुफ्त डाउनलोड कर सकते हैं | झरत दसहुं दिस मोती पुस्तक की श्रेणियां हैं : Knowledge
Name of the Book is : Zarat Dashun Dis Moti | This Book is written by osho | To Read and Download More Books written by osho in Hindi, Please Click : osho | The size of this book is 03.3 MB | This Book has 34 Pages | The Download link of the book "Zarat Dashun Dis Moti " is given above, you can downlaod Zarat Dashun Dis Moti from the above link for free | Zarat Dashun Dis Moti is posted under following categories Knowledge |
पुस्तक का एक अंश नीचे दिया गया है : यह अंश मशीनी टाइपिंग है, इसमें त्रुटियाँ संभव हैं, इसे पुस्तक का हिस्सा न माना जाये |
दोपहर के समय जब गांव में शांति होती थी, तब खेतों में गर्म हवा के झोके बहते थे. तब मिस मून अपने छोटे भाई को लेकर बाहर आती थी. फिर दोनों सड़क पर शहर से आती हुई कारों और ट्रकों को निहारते थे.एक दिन सड़क पूरी तरह से वीरान और शांत थी, और आसमान में सूरज बहुत तेज़ी से चमक रहा था. तब मिस मून को दूरी पर एक आदमी दिखाई दिया. वो चलते-चलते हांफ रहा था और ज़ोर-ज़ोर से सांस ले रहा था. उसके कंधे पर एक बांस टिका था जिससे कागज़ के रंगीन टुकड़े लटके थे. कागज़ के टुकड़े हवा में तेज़ी से फड़फड़ा रहे थे.|
A folk tale of Thailand has been posted here instead of Osho book
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