प्राणायाम-विज्ञान और कला | Pranayam Vigyan Or Kala के बारे में अधिक जानकारी :
इस पुस्तक का नाम : प्राणायाम-विज्ञान और कला है | इस पुस्तक के लेखक हैं : Pitambara | Pitambara की अन्य पुस्तकें पढने के लिए क्लिक करें : Pitambara | इस पुस्तक का कुल साइज 14.5 MB है | पुस्तक में कुल 163 पृष्ठ हैं |नीचे प्राणायाम-विज्ञान और कला का डाउनलोड लिंक दिया गया है जहाँ से आप इस पुस्तक को मुफ्त डाउनलोड कर सकते हैं | प्राणायाम-विज्ञान और कला पुस्तक की श्रेणियां हैं : science
Name of the Book is : Pranayam Vigyan Or Kala | This Book is written by Pitambara | To Read and Download More Books written by Pitambara in Hindi, Please Click : Pitambara | The size of this book is 14.5 MB | This Book has 163 Pages | The Download link of the book "Pranayam Vigyan Or Kala" is given above, you can downlaod Pranayam Vigyan Or Kala from the above link for free | Pranayam Vigyan Or Kala is posted under following categories science |
पुस्तक का एक अंश नीचे दिया गया है : यह अंश मशीनी टाइपिंग है, इसमें त्रुटियाँ संभव हैं, इसे पुस्तक का हिस्सा न माना जाये |
प्राणायाम का विषय हमारे लिये नया नहीं है। जितनी पुरानी हमारी हिन्दू-आर्य-सभ्यता है। उतना ही पुराना हमारा उससे परिचय भी है। हमारी सभ्यता को बहुत पुरानी ना मानने वालो को मानना पड़ा है की तीन सत्र वर्ष पूर्व भारत में प्राणायाम का अविष्कार हो चूका था। आज से दो हजार वर्ष पहले चीनियों को भी उसका ज्ञान था