पथ का अन्त | Path ka Ant के बारे में अधिक जानकारी :
इस पुस्तक का नाम : पथ का अन्त है | इस पुस्तक के लेखक हैं : Satya Dev Sharma | Satya Dev Sharma की अन्य पुस्तकें पढने के लिए क्लिक करें : Satya Dev Sharma | इस पुस्तक का कुल साइज 4.2 MB है | पुस्तक में कुल 136 पृष्ठ हैं |नीचे पथ का अन्त का डाउनलोड लिंक दिया गया है जहाँ से आप इस पुस्तक को मुफ्त डाउनलोड कर सकते हैं | पथ का अन्त पुस्तक की श्रेणियां हैं : Stories, Novels & Plays
Name of the Book is : Path ka Ant | This Book is written by Satya Dev Sharma | To Read and Download More Books written by Satya Dev Sharma in Hindi, Please Click : Satya Dev Sharma | The size of this book is 4.2 MB | This Book has 136 Pages | The Download link of the book "Path ka Ant" is given above, you can downlaod Path ka Ant from the above link for free | Path ka Ant is posted under following categories Stories, Novels & Plays |
यदि इस पेज में कोई त्रुटी हो तो कृपया नीचे कमेन्ट में सूचित करें |
पुस्तक का एक अंश नीचे दिया गया है : यह अंश मशीनी टाइपिंग है, इसमें त्रुटियाँ संभव हैं, इसे पुस्तक का हिस्सा न माना जाये |
हीरालाल गुरु जी का बड़ा भक्त थी। घर का गुजारा उसका अच्छा न था साधारण यजमानी पुरोहिताई से पूरी तरह गुजर बसर न होती थी । छोटा भाई भवानी दास तो कुछ पढ़ लिख गया था और उसने अपने कस्बे के गायन मास्टर चौरंगी लाल से जो उनका थोड़ा बहुत सम्बंधी था, बिना कुछ लिए दिए गाना बजाना भी सीख लिया अवाज अच्छी थी, इसलिए राधेश्याम की तर्ज पर रामायण महाभारत की कथा बचकर कुछ न कुछ कम ही लेता था, उसका विवाह भी हो गया था, पर हीरालाल की हालत पतली थी ।