अपभ्रंश भाषा और साहित्य | Apabharansh Bhasha Or Sahitya के बारे में अधिक जानकारी :
इस पुस्तक का नाम : अपभ्रंश भाषा और साहित्य है | इस पुस्तक के लेखक हैं : Devendra Kumar | Devendra Kumar की अन्य पुस्तकें पढने के लिए क्लिक करें : Devendra Kumar | इस पुस्तक का कुल साइज 12.4 MB है | पुस्तक में कुल 370 पृष्ठ हैं |नीचे अपभ्रंश भाषा और साहित्य का डाउनलोड लिंक दिया गया है जहाँ से आप इस पुस्तक को मुफ्त डाउनलोड कर सकते हैं | अपभ्रंश भाषा और साहित्य पुस्तक की श्रेणियां हैं : history, literature
Name of the Book is : Apabharansh Bhasha Or Sahitya | This Book is written by Devendra Kumar | To Read and Download More Books written by Devendra Kumar in Hindi, Please Click : Devendra Kumar | The size of this book is 12.4 MB | This Book has 370 Pages | The Download link of the book "Apabharansh Bhasha Or Sahitya" is given above, you can downlaod Apabharansh Bhasha Or Sahitya from the above link for free | Apabharansh Bhasha Or Sahitya is posted under following categories history, literature |
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जिस भाषा और साहित्यको चर्चा आगे की गयी है, उसकी खोजखबरकी कहानी पचास साल पुरानी है । वैसे सन् १८७७ में प्रसिद्ध जर्मन विद्वान् पिशल, हेमचन्द्रके 'सिद्धहेमशब्दानुशासन' के प्राकृत अशका सम्पादन कर चुके थे, फिर भी अपभ्रशपर शोध-कार्यका प्रारम्भ उस समयसे होता है जब सन् १९०२ में पिशल महोदयने अपना 'मारेरी अलिएन सुर केण्टिनम डेस अपभ्रश' लेख प्रकाशित किया । तब से अबतक जो शोध कार्य हुआ, उसकी कुल तीन भूमिकाएँ है—पहली भूमिकापर तर्क और तथ्य इस बातपर केन्द्रित रहे कि क्या अपभ्रंश लोकभाषा थी ।