तंत्र-विद्या | Tantra Vidya

तंत्र-विद्या | Tantra Vidya

तंत्र-विद्या | Tantra Vidya के बारे में अधिक जानकारी :

इस पुस्तक का नाम : तंत्र-विद्या है | इस पुस्तक के लेखक हैं : Karnidan Sethiya | Karnidan Sethiya की अन्य पुस्तकें पढने के लिए क्लिक करें : | इस पुस्तक का कुल साइज 88.6 MB है | पुस्तक में कुल 273 पृष्ठ हैं |नीचे तंत्र-विद्या का डाउनलोड लिंक दिया गया है जहाँ से आप इस पुस्तक को मुफ्त डाउनलोड कर सकते हैं | तंत्र-विद्या पुस्तक की श्रेणियां हैं : dharm

Name of the Book is : Tantra Vidya | This Book is written by Karnidan Sethiya | To Read and Download More Books written by Karnidan Sethiya in Hindi, Please Click : | The size of this book is 88.6 MB | This Book has 273 Pages | The Download link of the book "Tantra Vidya" is given above, you can downlaod Tantra Vidya from the above link for free | Tantra Vidya is posted under following categories dharm |

पुस्तक के लेखक :
पुस्तक की श्रेणी :
पुस्तक का साइज : 88.6 MB
कुल पृष्ठ : 273

यदि इस पेज में कोई त्रुटी हो तो कृपया नीचे कमेन्ट में सूचित करें |
पुस्तक का एक अंश नीचे दिया गया है : यह अंश मशीनी टाइपिंग है, इसमें त्रुटियाँ संभव हैं, इसे पुस्तक का हिस्सा न माना जाये |

तंत्र का नाम आते ही लोग चौंक जाते हैं। पुरानी पीढ़ी के मेरे एक बुजुर्ग श्री शुभकरण जी नाहटा ने मुझे परामर्श दिया कि ऐसे उग्र प्रयोगों को प्रकाश में मत लाओ ऐसे लोगों के हाथों में कुल्हाड़ी मत दो जिनसे कभी भी किसी का अनिष्ट होना नितान्त सम्भव है। परन्तु कई साथियों का आग्रह था कि अनिष्ट की आशंका से वैज्ञानिक यदि अणु की खोज नहीं करते। तो आज विज्ञान चन्द्रमा पर नहीं पहुंचता जहाँ अनिष्ट की आशंका है। वहाँ भविष्य सुख की कल्पना भी है।

Share this page:

Leave a Reply

Your email address will not be published. Required fields are marked *