ध्वनि-विज्ञान | Dhwani Vigyan के बारे में अधिक जानकारी :
इस पुस्तक का नाम : ध्वनि-विज्ञान है | इस पुस्तक के लेखक हैं : Shri Golok Bihari | Shri Golok Bihari की अन्य पुस्तकें पढने के लिए क्लिक करें : Shri Golok Bihari | इस पुस्तक का कुल साइज 24.3 MB है | पुस्तक में कुल 393 पृष्ठ हैं |नीचे ध्वनि-विज्ञान का डाउनलोड लिंक दिया गया है जहाँ से आप इस पुस्तक को मुफ्त डाउनलोड कर सकते हैं | ध्वनि-विज्ञान पुस्तक की श्रेणियां हैं : science
Name of the Book is : Dhwani Vigyan | This Book is written by Shri Golok Bihari | To Read and Download More Books written by Shri Golok Bihari in Hindi, Please Click : Shri Golok Bihari | The size of this book is 24.3 MB | This Book has 393 Pages | The Download link of the book "Dhwani Vigyan" is given above, you can downlaod Dhwani Vigyan from the above link for free | Dhwani Vigyan is posted under following categories science |
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भारतवर्ष की अतर्राष्ट्रीय ख्याति दिन-प्रतिदिन बढती जाने के कारण विदेशियो ने अब हिन्दी भाषा को भी यथार्थ महत्व देकर उसका अध्ययन आरम्भ कर दिया है, क्योकि अन्तर्राष्ट्रीय सम्मेलन में भाग लेने वालो को यह भली-भाँति विदित है। कि एकाधिक भाषाम्रो की जानकारी प्राप्त करना बहुत महत्वपूर्ण है। रेडियो और टेलीविजन के इस युग मे किसी भाषा को लिख और पढ सकने की अपेक्षा उसे बोल और सुनकर समझ लेना अधिक महत्वपूर्ण है । दूसरे शब्दो मे, इस युग मे दैनिक जीवन बिताने के लिए लिखित वर्गों की अपेक्षा ध्वनियों अधिक महत्वपूर्ण बन गयी है । भाषा का असली स्वरूप ध्वनि ही है ।