और बात सुलगती रही | Aur Baat Sulagti Rahi

और बात सुलगती रही | Aur Baat Sulagti Rahi

और बात सुलगती रही | Aur Baat Sulagti Rahi के बारे में अधिक जानकारी :

इस पुस्तक का नाम : और बात सुलगती रही है | इस पुस्तक के लेखक हैं : Amrita Pritam | Amrita Pritam की अन्य पुस्तकें पढने के लिए क्लिक करें : | इस पुस्तक का कुल साइज 2.01 MB है | पुस्तक में कुल 136 पृष्ठ हैं |नीचे और बात सुलगती रही का डाउनलोड लिंक दिया गया है जहाँ से आप इस पुस्तक को मुफ्त डाउनलोड कर सकते हैं | और बात सुलगती रही पुस्तक की श्रेणियां हैं : Stories, Novels & Plays

Name of the Book is : Aur Baat Sulagti Rahi | This Book is written by Amrita Pritam | To Read and Download More Books written by Amrita Pritam in Hindi, Please Click : | The size of this book is 2.01 MB | This Book has 136 Pages | The Download link of the book "Aur Baat Sulagti Rahi" is given above, you can downlaod Aur Baat Sulagti Rahi from the above link for free | Aur Baat Sulagti Rahi is posted under following categories Stories, Novels & Plays |

पुस्तक के लेखक :
पुस्तक की श्रेणी :
पुस्तक का साइज : 2.01 MB
कुल पृष्ठ : 136

यदि इस पेज में कोई त्रुटी हो तो कृपया नीचे कमेन्ट में सूचित करें |
पुस्तक का एक अंश नीचे दिया गया है : यह अंश मशीनी टाइपिंग है, इसमें त्रुटियाँ संभव हैं, इसे पुस्तक का हिस्सा न माना जाये |

अजीत कौर की कहानी की नायिका अपन लहू की धारिया जसे अपने शरीर पर झलती है, और साथ ही आज की चेतन औरत का प्रतीक होकर कैसे किसी मद के मनोविज्ञान को समझने में समर्थ हो जाती हैं इस पक्ष से इसे बिलकुल आज की कहानी कहा जा सकता है। हानी और जिस्मानी आवश्यक्ताओं का मिला जुला जिक, जिस जालिम बेबाकी से अजीत कौर की कहानी में अक्सर आता है उसे सहज ही इम लेखिका को अपने ही ढंग की उपलब्धि कहा जा सकता है ।

Share this page:

Leave a Reply

Your email address will not be published. Required fields are marked *