उत्तराखंड के पथ पर | Uttarakhand Ke Path Par के बारे में अधिक जानकारी :
इस पुस्तक का नाम : उत्तराखंड के पथ पर है | इस पुस्तक के लेखक हैं : Yashpal Jain | Yashpal Jain की अन्य पुस्तकें पढने के लिए क्लिक करें : Yashpal Jain | इस पुस्तक का कुल साइज 4.8 MB है | पुस्तक में कुल 166 पृष्ठ हैं |नीचे उत्तराखंड के पथ पर का डाउनलोड लिंक दिया गया है जहाँ से आप इस पुस्तक को मुफ्त डाउनलोड कर सकते हैं | उत्तराखंड के पथ पर पुस्तक की श्रेणियां हैं : literature
Name of the Book is : Uttarakhand Ke Path Par | This Book is written by Yashpal Jain | To Read and Download More Books written by Yashpal Jain in Hindi, Please Click : Yashpal Jain | The size of this book is 4.8 MB | This Book has 166 Pages | The Download link of the book "Uttarakhand Ke Path Par" is given above, you can downlaod Uttarakhand Ke Path Par from the above link for free | Uttarakhand Ke Path Par is posted under following categories literature |
पुस्तक का एक अंश नीचे दिया गया है : यह अंश मशीनी टाइपिंग है, इसमें त्रुटियाँ संभव हैं, इसे पुस्तक का हिस्सा न माना जाये |
हिमालय की पावन भूमि में अनेक तीर्थ है । उन्हें देखकर ऐसा प्रतीत होता है कि हमारे पूर्व-पुरुषो ने प्रकृति के साथ धर्म को जोडकर बडी दूरदर्शिता का काम किया। यदि विभिन्न स्थानो की रमणीकता के साथ धर्म कथाए सबद्ध न होती तो न जाने कितने यात्रियो के लिए अलौकिक हिमालय अगम्य और अगोचर रह जाती। यही कथाए है जो दुर्बल एवं अपग व्यक्तियो तक को वहा की यात्रा करने की प्रेरणा देती हैं।