बोलों के देवता | Bolon Ke Devta

बोलों के देवता | Bolon Ke Devta

बोलों के देवता | Bolon Ke Devta के बारे में अधिक जानकारी :

इस पुस्तक का नाम : बोलों के देवता है | इस पुस्तक के लेखक हैं : Sumitra Kumari Sinha | Sumitra Kumari Sinha की अन्य पुस्तकें पढने के लिए क्लिक करें : | इस पुस्तक का कुल साइज 6.3 MB है | पुस्तक में कुल 68 पृष्ठ हैं |नीचे बोलों के देवता का डाउनलोड लिंक दिया गया है जहाँ से आप इस पुस्तक को मुफ्त डाउनलोड कर सकते हैं | बोलों के देवता पुस्तक की श्रेणियां हैं : Poetry

Name of the Book is : Bolon Ke Devta | This Book is written by Sumitra Kumari Sinha | To Read and Download More Books written by Sumitra Kumari Sinha in Hindi, Please Click : | The size of this book is 6.3 MB | This Book has 68 Pages | The Download link of the book "Bolon Ke Devta" is given above, you can downlaod Bolon Ke Devta from the above link for free | Bolon Ke Devta is posted under following categories Poetry |

पुस्तक के लेखक :
पुस्तक की श्रेणी :
पुस्तक का साइज : 6.3 MB
कुल पृष्ठ : 68

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पिछले कुछ समय से प्रगतिवाद या समाजवाद की भूमिका पर भी हिन्दी कविता का निर्माण होने लगा है, परन्तु इस नई कास्य
प्रवृत्ति की प्रेरक शकधि भी अब तक हमारे बीच नहीं आया । प्रायः शिक्षित वर्ग के कुछ व्यक्ति ही समाजवाबी काव्य को सूजन करने में संलग्न है, परन्तु क्तियाँ और प्रवृत्तियाँ अब भी बहुत कुछ अस्पष्ट हैं। नई समाजवादी प्रवृत्तियां अब तक इतनी शक्ति संचय नहीं कर पाई हैं कि ये एक स्वतंत्र जीवन शैली को सम्पूर्ण रूपरेखा प्रतिष्ठित कर सकें ।

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