क्या खाएं क्यों खाएं कैसे खाएं : पं श्रीराम शर्मा आचार्य | Kya Khayein Kyon Khayein Kaise Khayein : Pt. Shree Ramsharma Achary के बारे में अधिक जानकारी :
इस पुस्तक का नाम : क्या खाएं क्यों खाएं कैसे खाएं है | इस पुस्तक के लेखक हैं : पं श्रीराम शर्मा आचार्य | पं श्रीराम शर्मा आचार्य की अन्य पुस्तकें पढने के लिए क्लिक करें : पं श्रीराम शर्मा आचार्य | इस पुस्तक का कुल साइज 1.9 MB है | पुस्तक में कुल 48 पृष्ठ हैं |नीचे क्या खाएं क्यों खाएं कैसे खाएं का डाउनलोड लिंक दिया गया है जहाँ से आप इस पुस्तक को मुफ्त डाउनलोड कर सकते हैं | क्या खाएं क्यों खाएं कैसे खाएं पुस्तक की श्रेणियां हैं : health, inspirational, Knowledge
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शमन होता है तथा रक्त शुद्ध लेता है । एकादशी के दिन अन्न का परित्याग कर दूध और फलों का सेवन करना चाहिए । इससे इच्छाशक्ति बलवंती होती है तथा जिला पर नियंत्रण प्राप्त होता है।
प्रसिद्ध आत्मवादी डा० दुशंकर नागर की सम्मति इस प्रकार है 'आध्यात्मिक पुरुष को अवस्था, प्रकृति, ऋतु तथा रहन सहन के अनुसार विचार कर शीघ्र पचने वाला सात्विक भोजन करना चाहिए । फलाहार सब आहारों में श्रेष्ठ है । संतरे, सेब, केले, अंगूर, चूसने केआम आदि फल उत्तम होते हैं । फलाहार से उतरकर अन्नहार है । रोटी, मूंग अरहर की दाल, चाक्ल, शाक, भाजी, दूध, मक्खन, घी आदि का समावेश अन्नाहार में होता है । आय हाथ का पिसा हुआ चोकर सहित उपयोग में लेना चाहिए ।