अलेक्जेंडर ग्राहम बेल : अरविन्द गुप्ता हिंदी पुस्तक मुफ्त डाउनलोड | Alexander Graham Bell : Arvind Gupta Hindi Book Free PDF Download

अलेक्जेंडर ग्राहम बेल : अरविन्द गुप्ता हिंदी पुस्तक | Alexander Graham Bell : Arvind Gupta Hindi Book

अलेक्जेंडर ग्राहम बेल : अरविन्द गुप्ता हिंदी पुस्तक | Alexander Graham Bell : Arvind Gupta Hindi Book

अलेक्जेंडर ग्राहम बेल : अरविन्द गुप्ता हिंदी पुस्तक | Alexander Graham Bell : Arvind Gupta Hindi Book के बारे में अधिक जानकारी :

इस पुस्तक का नाम : अलेक्जेंडर ग्राहम बेल है | इस पुस्तक के लेखक हैं : Arvind Gupta | Arvind Gupta की अन्य पुस्तकें पढने के लिए क्लिक करें : | इस पुस्तक का कुल साइज 0.5 MB है | पुस्तक में कुल 14 पृष्ठ हैं |नीचे अलेक्जेंडर ग्राहम बेल का डाउनलोड लिंक दिया गया है जहाँ से आप इस पुस्तक को मुफ्त डाउनलोड कर सकते हैं | अलेक्जेंडर ग्राहम बेल पुस्तक की श्रेणियां हैं : Biography, science, scientist

Name of the Book is : Alexander Graham Bell | This Book is written by Arvind Gupta | To Read and Download More Books written by Arvind Gupta in Hindi, Please Click : | The size of this book is 0.5 MB | This Book has 14 Pages | The Download link of the book "Alexander Graham Bell" is given above, you can downlaod Alexander Graham Bell from the above link for free | Alexander Graham Bell is posted under following categories Biography, science, scientist |

पुस्तक के लेखक :
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पुस्तक का साइज : 0.5 MB
कुल पृष्ठ : 14

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कल कयोंकि मेरी तबियत अब ठीक | 7877 में. |... हो गई है इसलिए मैं अब काम. थक 24 वरषीय हलक कर सकता हूं। मेरे दिमाग में हि | एलेकजेंडर. |डँ कर लिचार हैं। कि ः |. गराहम बेल. पद... 1 | . ता ज बॉसटन के लिए कप लि जी 2 कर आईए मिसटर बेल। ।. में बहरों के आपकी मदद की हमें सकूल में गया। | सखत ज़रूरत है हू वहां की हि ( ५1८ | परिंसिपल मिस कि | सारा फुलर उसे ४४ | दरवाज़े पर ही ली 1 को ही क ह ह े कि कसतस‍मकराधाशापपमया फसस‍ज है... | शेर की दहाड़ नल | और बिलली की जग 1 कि | आवाज़ एक ही यह बोली की अकषरमाला है जिसे बहरे बचचों के साथ उपयोग किया जा सकता है। बडे वो आवाज़ भी हर निकाल पाएंगे। जि थे ह थौमस सैंडरस उसके पिता का छातर था 1 एलेक ने उसे अपने विचारों और | परंतु रात भर वो अपने परयोगों में लगा रहता था। अगर तुमहें अपने काम के लिए पैसों की आपका पाया तो... | ज़रूरत हो तो मुझे बहुत १. उनहें देने में खुशी होगी धनयवाद ही पुर डा

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