अमृत नाम : राधास्वामी सत्संग व्यास | Amrit Naam : RadhaSoami Satsang Vyas के बारे में अधिक जानकारी :
इस पुस्तक का नाम : अमृत नाम है | इस पुस्तक के लेखक हैं : RadhaSoami Satsang Vyas | RadhaSoami Satsang Vyas की अन्य पुस्तकें पढने के लिए क्लिक करें : RadhaSoami Satsang Vyas | इस पुस्तक का कुल साइज 59.2 MB है | पुस्तक में कुल 141 पृष्ठ हैं |नीचे अमृत नाम का डाउनलोड लिंक दिया गया है जहाँ से आप इस पुस्तक को मुफ्त डाउनलोड कर सकते हैं | अमृत नाम पुस्तक की श्रेणियां हैं : dharm, others
Name of the Book is : Amrit Naam | This Book is written by RadhaSoami Satsang Vyas | To Read and Download More Books written by RadhaSoami Satsang Vyas in Hindi, Please Click : RadhaSoami Satsang Vyas | The size of this book is 59.2 MB | This Book has 141 Pages | The Download link of the book "Amrit Naam" is given above, you can downlaod Amrit Naam from the above link for free | Amrit Naam is posted under following categories dharm, others |
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अभ्यास के फलस्वरूप शब्द-धुन प्रकट होती है तो ज्योति का प्रकाश दिखाई देने लगता है, तब जिज्ञासु का यकीन पक्का हो जाता है कि उसकी प्रेम-याचना प्रियतम के द्वार पर स्वीकार हो गई है, क्योंकि शब्द उसकी अपनी ही
अकण-कथा होती है और ज्योति उस परम ज्योति की अपनी ही पारा। इस | अनुभव से बिना रोक-टोक प्रसन्नता प्राप्त होती है, इतनी अधिक कि उसका वर्णन करने के लिये शब्द नहीं मिलते।
| भाई गुरदास कहते हैं कि किसी अभ्यासी के हृदय में ज्योति को प्रकाशित | होना एक बहुत अचरजपूर्ण घटना होती है और इस प्रकाश से तिल का स्थान
जगमगा उठता है तब उसकी शोभा हैरान कर देनेबाली सीमा तक बढ़ जाती