भगवान महावीर और महात्मा बुद्ध | Bhagwan Mahaveer Aur Mahatma Buddh

भगवान महावीर और महात्मा बुद्ध | Bhagwan Mahaveer Aur Mahatma Buddh

भगवान महावीर और महात्मा बुद्ध | Bhagwan Mahaveer Aur Mahatma Buddh के बारे में अधिक जानकारी :

इस पुस्तक का नाम : भगवान महावीर और महात्मा बुद्ध है | इस पुस्तक के लेखक हैं : Shriyut Babu Kamta Prasad | Shriyut Babu Kamta Prasad की अन्य पुस्तकें पढने के लिए क्लिक करें : | इस पुस्तक का कुल साइज 10.73 MB है | पुस्तक में कुल 290 पृष्ठ हैं |नीचे भगवान महावीर और महात्मा बुद्ध का डाउनलोड लिंक दिया गया है जहाँ से आप इस पुस्तक को मुफ्त डाउनलोड कर सकते हैं | भगवान महावीर और महात्मा बुद्ध पुस्तक की श्रेणियां हैं : jain

Name of the Book is : Bhagwan Mahaveer Aur Mahatma Buddh | This Book is written by Shriyut Babu Kamta Prasad | To Read and Download More Books written by Shriyut Babu Kamta Prasad in Hindi, Please Click : | The size of this book is 10.73 MB | This Book has 290 Pages | The Download link of the book "Bhagwan Mahaveer Aur Mahatma Buddh" is given above, you can downlaod Bhagwan Mahaveer Aur Mahatma Buddh from the above link for free | Bhagwan Mahaveer Aur Mahatma Buddh is posted under following categories jain |


पुस्तक के लेखक :
पुस्तक की श्रेणी :
पुस्तक का साइज : 10.73 MB
कुल पृष्ठ : 290

Search On Amazon यदि इस पेज में कोई त्रुटी हो तो कृपया नीचे कमेन्ट में सूचित करें |
पुस्तक का एक अंश नीचे दिया गया है : यह अंश मशीनी टाइपिंग है, इसमें त्रुटियाँ संभव हैं, इसे पुस्तक का हिस्सा न माना जाये |

प्राचीन भारतको इतिहास प्रायः बिल्कुल अन्धकारमें है । प्राचीन भारतीय साहित्यमें कोई भी ऐसा ग्रन्थ नहीं है जो प्राचीन भारतके नियमित और व्यवस्थित दर्शन आज हमको करा सके । ऐसी दशामें यह संभव नहीं है कि उस प्राचीनकालमें हुये किन्हीं महापुरुषोंका एक यथार्थ चरित्र-ग्रंथ लिखा जा सके किन्तु इस कठिनाईके होते हुये भी प्रस्तुत पुस्तकमें भगवान महावीर और म० गौतमबुद्धके पारस्परिक जीवन-सम्बन्धको प्रकट करनेका जो साहस किया गया है, उसमें मूल कारण हृदयकी भक्ति तो है। ही, पर हमारे पूज्य पूर्वजोंके साहित्यक ग्रन्थ, शिलालेख और मुद्रालेख इसमें पूर्ण प्रेरक और सहायक हैं । सचमुच इसी प्राचीन भारतीय साहित्यके अस्तव्यस्त ऐतिहासिक सामग्रीके बलपर इस पुस्तकको लिखनेका प्रयास किया गया है परन्तु हमारे लिये यह कहना असंभव है कि वस्तुतः हम अपने इस प्रयास किस हदतक सफलमनोरथ हुये हैं। म० गौतमबुद्धका नाम आन संसारके समस्त धर्माचार्यों में बहुप्रख्यात है।

You might also like
Leave A Reply

Your email address will not be published.