भगवती आराधना | Bhagwati Aaradhna

भगवती आराधना | Bhagwati Aaradhna

भगवती आराधना | Bhagwati Aaradhna के बारे में अधिक जानकारी :

इस पुस्तक का नाम : भगवती आराधना है | इस पुस्तक के लेखक हैं : Kailash Chandra Shrama | Kailash Chandra Shrama की अन्य पुस्तकें पढने के लिए क्लिक करें : | इस पुस्तक का कुल साइज 48 MB है | पुस्तक में कुल 978 पृष्ठ हैं |नीचे भगवती आराधना का डाउनलोड लिंक दिया गया है जहाँ से आप इस पुस्तक को मुफ्त डाउनलोड कर सकते हैं | भगवती आराधना पुस्तक की श्रेणियां हैं : dharm

Name of the Book is : Bhagwati Aaradhna | This Book is written by Kailash Chandra Shrama | To Read and Download More Books written by Kailash Chandra Shrama in Hindi, Please Click : | The size of this book is 48 MB | This Book has 978 Pages | The Download link of the book "Bhagwati Aaradhna" is given above, you can downlaod Bhagwati Aaradhna from the above link for free | Bhagwati Aaradhna is posted under following categories dharm |

पुस्तक के लेखक :
पुस्तक की श्रेणी :
पुस्तक का साइज : 48 MB
कुल पृष्ठ : 978

यदि इस पेज में कोई त्रुटी हो तो कृपया नीचे कमेन्ट में सूचित करें |
पुस्तक का एक अंश नीचे दिया गया है : यह अंश मशीनी टाइपिंग है, इसमें त्रुटियाँ संभव हैं, इसे पुस्तक का हिस्सा न माना जाये |

मानव जन्म पूर्वसंचित कर्मो का फल है, इसे पाना, समझना एवं सार्थक कर जीव का उद्धार करना आसान बात नहीं है। बहुत विरले ऐसे होते है जो इसे समझते है। ऐसे विरले भव्य जीवों में बालब्रह्मा चारी श्री, हीरालाल जी दोशी एक है। दिगम्बर जैन धर्म में चार अधाति कमोंका (आयु, गोत्र, वेदनीय) नाश (निर्जरा) जबतक पूर्ण नहीं होता तबतक अरिहंत भगवान की उत्कृष्ट कर अवस्था हो तो भी वह संसारी अवस्था ही होती है

Share this page:

Leave a Reply

Your email address will not be published. Required fields are marked *