बिरहिनी मंदिर दियना बार | Birhini Mandir Diyana Bar

बिरहिनी मंदिर दियना बार | Birhini Mandir Diyana Bar

बिरहिनी मंदिर दियना बार | Birhini Mandir Diyana Bar के बारे में अधिक जानकारी :

इस पुस्तक का नाम : बिरहिनी मंदिर दियना बार है | इस पुस्तक के लेखक हैं : osho | osho की अन्य पुस्तकें पढने के लिए क्लिक करें : | इस पुस्तक का कुल साइज 1950 KB है | पुस्तक में कुल 290 पृष्ठ हैं |नीचे बिरहिनी मंदिर दियना बार का डाउनलोड लिंक दिया गया है जहाँ से आप इस पुस्तक को मुफ्त डाउनलोड कर सकते हैं | बिरहिनी मंदिर दियना बार पुस्तक की श्रेणियां हैं : inspirational, Spirituality -Adhyatm

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पुस्तक का साइज : 1950 KB
कुल पृष्ठ : 290

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एक बुद्धपुरुष का जन्म इस पृथ्वी पर परम उत्सव का क्षण है। बुद्धत्व मनुष्य की चेतना का कमल है। जैसे वसंत में फूल खिल जाते हैं, ऐसे ही वसंत की घड़ियां भी होती हैं पृथ्वी पर, जब बहुत फूल खिलते हैं, बहुत रंग के फूल खिलते हैं, रंग-रंग के फूल खिलते हैं। वैसे वसंत आने पृथ्वी पर कम हो गए, क्योंकि हमने बुलाना बंद कर दिया। वैसे वसंत अपनेआप नहीं आते, आमंत्रण से आते हैं। अतिथि बनाए हम उन्हें तो आते हैं।

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