बोधिपथप्रदीपम | Bodhipathpradipam

बोधिपथप्रदीपम | Bodhipathpradipam

बोधिपथप्रदीपम | Bodhipathpradipam

बोधिपथप्रदीपम | Bodhipathpradipam के बारे में अधिक जानकारी :

इस पुस्तक का नाम : बोधिपथप्रदीपम है | इस पुस्तक के लेखक हैं : Rigjin Lundub Lama | Rigjin Lundub Lama की अन्य पुस्तकें पढने के लिए क्लिक करें : | इस पुस्तक का कुल साइज 06.4 MB है | पुस्तक में कुल 48 पृष्ठ हैं |नीचे बोधिपथप्रदीपम का डाउनलोड लिंक दिया गया है जहाँ से आप इस पुस्तक को मुफ्त डाउनलोड कर सकते हैं | बोधिपथप्रदीपम पुस्तक की श्रेणियां हैं : Knowledge, education, history

Name of the Book is : Bodhipathpradipam | This Book is written by Rigjin Lundub Lama | To Read and Download More Books written by Rigjin Lundub Lama in Hindi, Please Click : | The size of this book is 06.4 MB | This Book has 48 Pages | The Download link of the book "Bodhipathpradipam " is given above, you can downlaod Bodhipathpradipam from the above link for free | Bodhipathpradipam is posted under following categories Knowledge, education, history |

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पुस्तक का साइज : 06.4 MB
कुल पृष्ठ : 48

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तिब्बत के विद्वानों में प्रचलित कुछ मतभेदों का स्पष्टीकण करने के लिये उन्होंने बोधि पथ प्रदीप की रचना की थी। इस कृति में उन्होंने तीन प्रकार के मनुष्यों की व्याख्या की है। निम्न कोटि का व्यक्ति वह है जो मृत्यु को महत्व देता है, क्योंकि यदि कोई अपने को सांसारिक वस्तुओं से नहीं हटाता है, तो कोई सन्त पुरुष नहीं है। | सकता है। मध्यम कोटि को वह है जो स्कन्ध भव बन्धन 7 पर मनन एवं आत्मसात कर दुःख निवृत्ति कर लेता है। अंटतम कोटि के मनुष्य । वे है जो प्रथमतः बोधि मार्ग का आलम्बन कर उसी के द्वारा माध्यमिक वत्ति को प्राप्त कर लेते है ।

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