ब्रह्मचर्य ही जीवन है | Brahmcharya He Jeevan Hai

ब्रह्मचर्य ही जीवन है | Brahmcharya He Jeevan Hai

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ब्रह्मचर्य ही जीवन है | Brahmcharya He Jeevan Hai के बारे में अधिक जानकारी :

इस पुस्तक का नाम : ब्रह्मचर्य ही जीवन है है | इस पुस्तक के लेखक हैं : swami-shivanand-saraswati | swami-shivanand-saraswati की अन्य पुस्तकें पढने के लिए क्लिक करें : | इस पुस्तक का कुल साइज 6.28 MB है | पुस्तक में कुल 194 पृष्ठ हैं |नीचे ब्रह्मचर्य ही जीवन है का डाउनलोड लिंक दिया गया है जहाँ से आप इस पुस्तक को मुफ्त डाउनलोड कर सकते हैं | ब्रह्मचर्य ही जीवन है पुस्तक की श्रेणियां हैं : Uncategorized

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पुस्तक का साइज : 6.28 MB
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यह ग्रन्थ पूर्ण मौलिक है। इसके लेखक स्वामी शिवानन्द नाम के एक युवा गृहस्थ सन्यासी हैं । लगभग ७ वर्ष पूर्व हमारा और आपका परिचय पहले पहल मिर्जापुर में हुआ था। मिर्जापुर में आप करीब ३ वर्ष रहे। पाठशाला से जब हमें सावकाश मिलता था, तो प्रायः हम आपके पास जाया करते थे । आप की आयु इस समय ( सन् १९२२ मे ) ३२ वर्ष की है और यद्यपि आपका विवाह हो गया है किन्तु आप पूर्ण ब्रह्मचर्य का पालन कर रहे हैं ।

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