चारु चिन्तन | Charu Chintan के बारे में अधिक जानकारी :
इस पुस्तक का नाम : चारु चिन्तन है | इस पुस्तक के लेखक हैं : Gayatri Vaishya | Gayatri Vaishya की अन्य पुस्तकें पढने के लिए क्लिक करें : Gayatri Vaishya | इस पुस्तक का कुल साइज 3 MB है | पुस्तक में कुल 146 पृष्ठ हैं |नीचे चारु चिन्तन का डाउनलोड लिंक दिया गया है जहाँ से आप इस पुस्तक को मुफ्त डाउनलोड कर सकते हैं | चारु चिन्तन पुस्तक की श्रेणियां हैं : literature
Name of the Book is : Charu Chintan | This Book is written by Gayatri Vaishya | To Read and Download More Books written by Gayatri Vaishya in Hindi, Please Click : Gayatri Vaishya | The size of this book is 3 MB | This Book has 146 Pages | The Download link of the book "Charu Chintan" is given above, you can downlaod Charu Chintan from the above link for free | Charu Chintan is posted under following categories literature |
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दूसरी बात है युगीन भावों को यथावत अभिव्यक्त करने की कोई कवि युग की, मन की या विचारों की उलझनों के रूप में अभिव्यक्त करके प्रेषणीय नहीं बना सकता | संवेदना की उलझन स्पष्ट रूप से अभिव्यक्त होने पर ही संवेद्य या प्रेषणीय हो सकती है, नहीं तो वह शब्दों की उलझन बन जाती है | हृदय में भावों की टकराहट