देश का दुर्दिन | Desh Ka Durdin के बारे में अधिक जानकारी :
इस पुस्तक का नाम : देश का दुर्दिन है | इस पुस्तक के लेखक हैं : Shivram Gupta | Shivram Gupta की अन्य पुस्तकें पढने के लिए क्लिक करें : Shivram Gupta | इस पुस्तक का कुल साइज 04.1 MB है | पुस्तक में कुल 150 पृष्ठ हैं |नीचे देश का दुर्दिन का डाउनलोड लिंक दिया गया है जहाँ से आप इस पुस्तक को मुफ्त डाउनलोड कर सकते हैं | देश का दुर्दिन पुस्तक की श्रेणियां हैं : Knowledge, comedy
Name of the Book is : Desh Ka Durdin | This Book is written by Shivram Gupta | To Read and Download More Books written by Shivram Gupta in Hindi, Please Click : Shivram Gupta | The size of this book is 04.1 MB | This Book has 150 Pages | The Download link of the book "Desh Ka Durdin" is given above, you can downlaod Desh Ka Durdin from the above link for free | Desh Ka Durdin is posted under following categories Knowledge, comedy |
यदि इस पेज में कोई त्रुटी हो तो कृपया नीचे कमेन्ट में सूचित करें |
पुस्तक का एक अंश नीचे दिया गया है : यह अंश मशीनी टाइपिंग है, इसमें त्रुटियाँ संभव हैं, इसे पुस्तक का हिस्सा न माना जाये |
पहले भी मेवाड़ पतन का हिन्दी अनुवाद हो चुका है पर वह पढ़ने की चीज बनकर रही उसे खेलने के लिये स्टेज पर लाकर देखना पड़ता था, कि मूल नाटक की वह श्री तो रही पर सौरभ उड़गया। समस्त ओज और प्रवाह अस्त व्यस्त होगये । रंगमंच पर वह फोकी सी जचने लगी। साहित्यक सौदर्य उसमे भलेही हो, मगर रंगमंच पर खेलने जाकर बात वात में अटकना पड़ता था, झिझकना पड़ता था। इसी कारण मैंने केवल रंगमंच को लक्ष्य करके मेवाड़ पतन का छाया अनुवाद किया ।