गांधीजी के संपर्क में | Gandhiji Ke Sampark Mein

गांधीजी के संपर्क में | Gandhiji Ke Sampark Mein

गांधीजी के संपर्क में | Gandhiji Ke Sampark Mein के बारे में अधिक जानकारी :

इस पुस्तक का नाम : गांधीजी के संपर्क में है | इस पुस्तक के लेखक हैं : Chandrashankar Shukla | Chandrashankar Shukla की अन्य पुस्तकें पढने के लिए क्लिक करें : | इस पुस्तक का कुल साइज 92 MB है | पुस्तक में कुल 225 पृष्ठ हैं |नीचे गांधीजी के संपर्क में का डाउनलोड लिंक दिया गया है जहाँ से आप इस पुस्तक को मुफ्त डाउनलोड कर सकते हैं | गांधीजी के संपर्क में पुस्तक की श्रेणियां हैं : history

Name of the Book is : Gandhiji Ke Sampark Mein | This Book is written by Chandrashankar Shukla | To Read and Download More Books written by Chandrashankar Shukla in Hindi, Please Click : | The size of this book is 92 MB | This Book has 225 Pages | The Download link of the book "Gandhiji Ke Sampark Mein" is given above, you can downlaod Gandhiji Ke Sampark Mein from the above link for free | Gandhiji Ke Sampark Mein is posted under following categories history |


पुस्तक के लेखक :
पुस्तक की श्रेणी :
पुस्तक का साइज : 92 MB
कुल पृष्ठ : 225

Search On Amazon यदि इस पेज में कोई त्रुटी हो तो कृपया नीचे कमेन्ट में सूचित करें |
पुस्तक का एक अंश नीचे दिया गया है : यह अंश मशीनी टाइपिंग है, इसमें त्रुटियाँ संभव हैं, इसे पुस्तक का हिस्सा न माना जाये |

गांधीजी के गुजरात में आकर बसने से पइले, वैश्यवृत्ति-प्रधान गुजरात-प्रान्त, सिर्फ धन हथियाने की कला में ही निपुण था; सार्वजनिक जीवन में उसका ज़रा भी स्थान न था। उन्होंने आकर गुजरात के समस्त जीवन के मानदंड में अकल्पनीय और अद्भुत परिवर्तन किया और उसे हिन्दुस्तान के राजनीतिक नक्शे में भी मुख्य-स्थान दिलाया। चारों ओर सेवाधर्म' की भावना को जगाकर उन्होंने जन-जीवन में एक निर्मल और मृदु रसधार बड़ा दी ।

You might also like
Leave A Reply

Your email address will not be published.