गोर्की की श्रेष्ठ कहानियां | Goraki Ki Shreshth Kahaniyan

गोर्की की श्रेष्ठ कहानियां | Goraki Ki Shreshth Kahaniyan

गोर्की की श्रेष्ठ कहानियां | Goraki Ki Shreshth Kahaniyan

गोर्की की श्रेष्ठ कहानियां | Goraki Ki Shreshth Kahaniyan के बारे में अधिक जानकारी :

इस पुस्तक का नाम : गोर्की की श्रेष्ठ कहानियां है | इस पुस्तक के लेखक हैं : Maxim Gorky | Maxim Gorky की अन्य पुस्तकें पढने के लिए क्लिक करें : | इस पुस्तक का कुल साइज 7.6 MB है | पुस्तक में कुल 272 पृष्ठ हैं |नीचे गोर्की की श्रेष्ठ कहानियां का डाउनलोड लिंक दिया गया है जहाँ से आप इस पुस्तक को मुफ्त डाउनलोड कर सकते हैं | गोर्की की श्रेष्ठ कहानियां पुस्तक की श्रेणियां हैं : Stories, Novels & Plays

Name of the Book is : Goraki Ki Shreshth Kahaniyan | This Book is written by Maxim Gorky | To Read and Download More Books written by Maxim Gorky in Hindi, Please Click : | The size of this book is 7.6 MB | This Book has 272 Pages | The Download link of the book "Goraki Ki Shreshth Kahaniyan" is given above, you can downlaod Goraki Ki Shreshth Kahaniyan from the above link for free | Goraki Ki Shreshth Kahaniyan is posted under following categories Stories, Novels & Plays |

पुस्तक के लेखक :
पुस्तक की श्रेणी :
पुस्तक का साइज : 7.6 MB
कुल पृष्ठ : 272

यदि इस पेज में कोई त्रुटी हो तो कृपया नीचे कमेन्ट में सूचित करें |
पुस्तक का एक अंश नीचे दिया गया है : यह अंश मशीनी टाइपिंग है, इसमें त्रुटियाँ संभव हैं, इसे पुस्तक का हिस्सा न माना जाये |

एक छोटी और बहुत सी बड़ी नावे एक कतार में पड़ी हुई थीं। लहरें किनारे की घोर दौड़ती हुई जैसे उनसे कुछ कद्द जाती थीं । नाम के कॉट, पतवारे, टोकनियाँ सौर पीपे इधर-उधर छितराए परे थे और उनके बीच में पेड़ की टहनियों और सरकन्ढों से बनी हुई एक झोपड़ी खड़ी थी, जो बड़ी-बड़ी चटाइयों द्वारा छाई गई थी । दरवाजे पर, दो गाँठदार देदी बकवियों पर उपर की ओर सने किए हुई, नमदे के जूतों का एक जोड़ा लटक रहा था । इस अस्तब्यस्तता के ऊपर एक चम्बा तट्टा खड़ा हुआ था जिसके ऊपरी सिरे पर बँधा जाल कपड़ा इबा में फड़फड़ा रही थी।

Share this page:

Leave a Reply

Your email address will not be published. Required fields are marked *