गुप्तकाल का सांस्कृतिक इतिहास | Guptkal Ka Sanskritik Itihas

गुप्तकाल का सांस्कृतिक इतिहास | Guptkal Ka Sanskritik Itihas

गुप्तकाल का सांस्कृतिक इतिहास | Guptkal Ka Sanskritik Itihas के बारे में अधिक जानकारी :

इस पुस्तक का नाम : गुप्तकाल का सांस्कृतिक इतिहास है | इस पुस्तक के लेखक हैं : Bhagwatsharan Upadhyay | Bhagwatsharan Upadhyay की अन्य पुस्तकें पढने के लिए क्लिक करें : | इस पुस्तक का कुल साइज 14 MB है | पुस्तक में कुल 423 पृष्ठ हैं |नीचे गुप्तकाल का सांस्कृतिक इतिहास का डाउनलोड लिंक दिया गया है जहाँ से आप इस पुस्तक को मुफ्त डाउनलोड कर सकते हैं | गुप्तकाल का सांस्कृतिक इतिहास पुस्तक की श्रेणियां हैं : history

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पुस्तक का साइज : 14 MB
कुल पृष्ठ : 423

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सभ्यताओं के उत्थान-पतन की कथा ही इतिहास है, जिसके अन्तर्गत व्यक्ति और राष्ट्र अपने भूतकालिक जीवन का पर्यालोचन कर उसके प्रकाश में प्रगति के कदम आगे बढ़ाते हैं। भारत के ज्ञात इतिहास में मौर्य, शुग और कुषाण युगो के अनन्तर गुप्त वंशीय मासको के ही ऐसे समृद्ध युग का पता चलता है, जिसमें अपने विकास के लिए सचेष्ट आधुनिक भारत को उन्नति की भोर बढ़ाने के उद्दात प्रेरक सूत्र प्राप्त हो सकते हैं । गुप्तों के साम्राज्य में शासन की कुशलता, राज्य की विशालता, संपत्ति की विपुलता एवं नीतिप्रयोग की तेजस्विता पुष्कल मात्रा में दिखाई देती है।

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