जहर-ए-इश्क (नाट्य रूपांतर) : कैफी आज़मी हिंदी पुस्तक मुफ्त डाउनलोड | Jahar-E-Ishq (Drama) : Kaifi Aazmi Hindi Book Free Download के बारे में अधिक जानकारी :
इस पुस्तक का नाम : जहर-ए-इश्क है | इस पुस्तक के लेखक हैं : kaifi aazmi | kaifi aazmi की अन्य पुस्तकें पढने के लिए क्लिक करें : kaifi aazmi | इस पुस्तक का कुल साइज 3.1 MB है | पुस्तक में कुल 110 पृष्ठ हैं |नीचे जहर-ए-इश्क का डाउनलोड लिंक दिया गया है जहाँ से आप इस पुस्तक को मुफ्त डाउनलोड कर सकते हैं | जहर-ए-इश्क पुस्तक की श्रेणियां हैं : Poetry, Stories, Novels & Plays, Uncategorized
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सौदागर का घर दीवानखाना सौदागर दीवान पर बैठा है। उनका मुंशी ट्रकान का हिसाब लिये बैठा है। नवाब मिर्जा की आवाज़ सौदागर के चेहरे पर पड़ती है। मर्द अशराफ साहिब-ए- दौलत ताजिरों में कमाल जी इज्जत गुम न था कुछ फुराग़ बाली से था बहुत ख़ानदान-ए- आली से मुंशी जितने क्रालीन आये थे सरकार देख लीजे हिसाब है तैयार यहां के लोग बामुराद गये सारे क्रालीन अजीमाबाद गये आजकल जितने गाहक आतते हैं हाथ ख़ाली वो वापस जाते हैं सौदागर यूं किसी को कभी न टालिए आप अब वो क्रालीन भी निकालिए आप वही कश्मीर से जो आये हैं वो जो हम अपने साथ लाये हैं अब हिसबो-किताब रहने दो चांद भी देखना है उट्ठो चलो मुंशी इतने बादल फजा में छाये हैं नजर आयेगा चांद कैसे हुजूर सम्नवी जहर ए इश्क़ 5