जहानारा की आत्म-कथा | Jhanara Ki Aatam Katha

जहानारा की आत्म-कथा | Jhanara Ki Aatam Katha

जहानारा की आत्म-कथा | Jhanara Ki Aatam Katha के बारे में अधिक जानकारी :

इस पुस्तक का नाम : जहानारा की आत्म-कथा है | इस पुस्तक के लेखक हैं : Keshav Kumar | Keshav Kumar की अन्य पुस्तकें पढने के लिए क्लिक करें : | इस पुस्तक का कुल साइज 20.2 MB है | पुस्तक में कुल 274 पृष्ठ हैं |नीचे जहानारा की आत्म-कथा का डाउनलोड लिंक दिया गया है जहाँ से आप इस पुस्तक को मुफ्त डाउनलोड कर सकते हैं | जहानारा की आत्म-कथा पुस्तक की श्रेणियां हैं : Biography, history

Name of the Book is : Jhanara Ki Aatam Katha | This Book is written by Keshav Kumar | To Read and Download More Books written by Keshav Kumar in Hindi, Please Click : | The size of this book is 20.2 MB | This Book has 274 Pages | The Download link of the book "Jhanara Ki Aatam Katha" is given above, you can downlaod Jhanara Ki Aatam Katha from the above link for free | Jhanara Ki Aatam Katha is posted under following categories Biography, history |


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पुस्तक का साइज : 20.2 MB
कुल पृष्ठ : 274

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मुग़ल-शाही खानदान में अनेक बादशाहों ने आत्म-कथाएँ लिखी है। भारत में मुग़ल शासन के प्रतिष्ठाता तैमुर ने अपनी आत्म-कहानी लिखी | बाबर ने अपने जीवन की घटनाओं को आत्म-कहानी के रूप में लिखने का प्रयास किया था | बाबर की लड़की, गुलबदन बेगम ने हुमायूं बादशाह की जीवन-कहानी को हुनायुं नामा, के नाम से तैयार किया था

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