कहानी : नई पुरानी | Kahani : Nai Puarani के बारे में अधिक जानकारी :
इस पुस्तक का नाम : कहानी : नई पुरानी है | इस पुस्तक के लेखक हैं : Raghuvir Singh | Raghuvir Singh की अन्य पुस्तकें पढने के लिए क्लिक करें : Raghuvir Singh | इस पुस्तक का कुल साइज 19 MB है | पुस्तक में कुल 196 पृष्ठ हैं |नीचे कहानी : नई पुरानी का डाउनलोड लिंक दिया गया है जहाँ से आप इस पुस्तक को मुफ्त डाउनलोड कर सकते हैं | कहानी : नई पुरानी पुस्तक की श्रेणियां हैं : Stories, Novels & Plays
Name of the Book is : Kahani : Nai Puarani | This Book is written by Raghuvir Singh | To Read and Download More Books written by Raghuvir Singh in Hindi, Please Click : Raghuvir Singh | The size of this book is 19 MB | This Book has 196 Pages | The Download link of the book "Kahani : Nai Puarani" is given above, you can downlaod Kahani : Nai Puarani from the above link for free | Kahani : Nai Puarani is posted under following categories Stories, Novels & Plays |
यदि इस पेज में कोई त्रुटी हो तो कृपया नीचे कमेन्ट में सूचित करें |
पुस्तक का एक अंश नीचे दिया गया है : यह अंश मशीनी टाइपिंग है, इसमें त्रुटियाँ संभव हैं, इसे पुस्तक का हिस्सा न माना जाये |
चौसा के मुग़ल-पठान-युद्ध को बहुत दिन बीत गए | ममता अब सत्तर वर्ष की वृद्धा है | वह अपनी झोपड़ी में एक दिन पड़ी थी | शीतकाल का प्रभाव था उसका जीर्ण कंकाल खाँसी से गूंज रहा था | ममता की सेवा के लिए गाँव की दो-तीन स्त्रियाँ उसे घेरकर बैठी थी, क्योंकि वह आजीवन सबके सुख दुःख समभागिनी रही थी