काजर की कोठरी | Kajar Ki Kothari के बारे में अधिक जानकारी :
इस पुस्तक का नाम : काजर की कोठरी है | इस पुस्तक के लेखक हैं : Devkinandan Khatri | Devkinandan Khatri की अन्य पुस्तकें पढने के लिए क्लिक करें : Devkinandan Khatri | इस पुस्तक का कुल साइज 1.50 MB है | पुस्तक में कुल 90 पृष्ठ हैं |नीचे काजर की कोठरी का डाउनलोड लिंक दिया गया है जहाँ से आप इस पुस्तक को मुफ्त डाउनलोड कर सकते हैं | काजर की कोठरी पुस्तक की श्रेणियां हैं : Knowledge, Stories, Novels & Plays
Name of the Book is : Kajar Ki Kothari | This Book is written by Devkinandan Khatri | To Read and Download More Books written by Devkinandan Khatri in Hindi, Please Click : Devkinandan Khatri | The size of this book is 1.50 MB | This Book has 90 Pages | The Download link of the book "Kajar Ki Kothari " is given above, you can downlaod Kajar Ki Kothari from the above link for free | Kajar Ki Kothari is posted under following categories Knowledge, Stories, Novels & Plays |
यदि इस पेज में कोई त्रुटी हो तो कृपया नीचे कमेन्ट में सूचित करें |
पुस्तक का एक अंश नीचे दिया गया है : यह अंश मशीनी टाइपिंग है, इसमें त्रुटियाँ संभव हैं, इसे पुस्तक का हिस्सा न माना जाये |
दरमगे से लगभग दो कोस में आगे बढ़कर एव बैलगाडी पर चार नौजवान और हसीन तथी कमसिन रडियो धानी, वाफूर पेयजी और फालसई साडिया पहिरे मुख्तसर गहनो से अपने को सजाए आपुस मे ठठाल पन करती बाजितपुर की तरफ जा रही हैं । इस गाड़ी के साथ ही साथ पीछे-पीछे एक दूसरी गाडी भी जा रही है जो उन रडियो के सफरदा लिए थी। सफरदा गिनती में दम थे मगर गाडी में पांच से ज्यादे के बैठने मी जगह न थी इसलिए पाच सफरदा गाडी में साय ही साथ पैदल जा रहे थे।