क़ुरबानी के जानवर की शर्तें | Kurbani Ke Janwar Ki Shartein

क़ुरबानी के जानवर की शर्तें : अताउरहमान जियाउल्लाह | Kurbani Ke Janwar Ki Shartein : Ataurrehman Jiyaullah

क़ुरबानी के जानवर की शर्तें : अताउरहमान जियाउल्लाह | Kurbani Ke Janwar Ki Shartein : Ataurrehman Jiyaullah के बारे में अधिक जानकारी :

इस पुस्तक का नाम : क़ुरबानी के जानवर की शर्तें है | इस पुस्तक के लेखक हैं : Ataurrehman Jiyaullah | Ataurrehman Jiyaullah की अन्य पुस्तकें पढने के लिए क्लिक करें : | इस पुस्तक का कुल साइज 200 KB है | पुस्तक में कुल 10 पृष्ठ हैं |नीचे क़ुरबानी के जानवर की शर्तें का डाउनलोड लिंक दिया गया है जहाँ से आप इस पुस्तक को मुफ्त डाउनलोड कर सकते हैं | क़ुरबानी के जानवर की शर्तें पुस्तक की श्रेणियां हैं : dharm, islam

Name of the Book is : Kurbani Ke Janwar Ki Shartein | This Book is written by Ataurrehman Jiyaullah | To Read and Download More Books written by Ataurrehman Jiyaullah in Hindi, Please Click : | The size of this book is 200 KB | This Book has 10 Pages | The Download link of the book "Kurbani Ke Janwar Ki Shartein" is given above, you can downlaod Kurbani Ke Janwar Ki Shartein from the above link for free | Kurbani Ke Janwar Ki Shartein is posted under following categories dharm, islam |


पुस्तक के लेखक :
पुस्तक की श्रेणी : ,
पुस्तक का साइज : 200 KB
कुल पृष्ठ : 10

Search On Amazon यदि इस पेज में कोई त्रुटी हो तो कृपया नीचे कमेन्ट में सूचित करें |
पुस्तक का एक अंश नीचे दिया गया है : यह अंश मशीनी टाइपिंग है, इसमें त्रुटियाँ संभव हैं, इसे पुस्तक का हिस्सा न माना जाये |

"और हर उम्मत के लिये हम ने कुर्बानी का तरीक़ा मुक़र्रर कर किया है। ताकि वे उन बहमतुल अनआम (चौपाये जानवरों) पर अल्लाह का नाम लें जो अल्लाह ने उन्हें दे रखा है।" (सूरतुल हज्ज : ३४)
बहीमतुल अनआम (पशु) से मुराद ऊँट, गाय और भेड़-बकरी हैं, अरब के बीच यही जाना जाता है, इसे हसन, कृतादा, और कई लोगों ने कहा है।
दूसरी शर्त :
वे जानवर शरीअत में निर्धारित आयु को पहुँच गये हों इस प्रकार कि भेड़ जजुआ हो, या दूसरे जानवर सनिय्या हों, क्योंकि आप सल्लल्लाहु अलैहि व सल्लम का फरमान है :
"तुम मुसिन्ना जानवर ही कुर्बानी करो, सिवाय इस के कि तुम्हारे लिए कठिनाई हो तो भेड़ का जज़आ कुर्बानी करो।” (इसे मुस्लिम ने रिवायत किया है।)
मुसिन्ना : सनिय्या या उस से बड़ी आयु के जानवर को कहते हैं, और जज़आ उस से कम आयु के जानवर को कहते हैं।
ऊँट में से सनिय्या : वह जानवर है जिस के पाँच साल पूरे हो गये हों।
गाय में से सनियया । वह जानवर है जिस के दो साल पूरे हो गये हों।
बकरी में से सनिय्या : वह जानवर है जिस का एक साल पूरा हो गया हो।
और जज : उस जानवर को कहते हैं जो छह महीने का हो।

You might also like
Leave A Reply

Your email address will not be published.