मिटटी सभी रोगों की रामबाण औषधि हैं | Mitti Sabhi Rogo Ki Ramban Aushadhi Hai

मिटटी सभी रोगों की रामबाण औषधि हैं | Mitti Sabhi Rogo Ki Ramban Aushadhi Hai

मिटटी सभी रोगों की रामबाण औषधि हैं | Mitti Sabhi Rogo Ki Ramban Aushadhi Hai

मिटटी सभी रोगों की रामबाण औषधि हैं | Mitti Sabhi Rogo Ki Ramban Aushadhi Hai के बारे में अधिक जानकारी :

इस पुस्तक का नाम : मिटटी सभी रोगों की रामबाण औषधि हैं है | इस पुस्तक के लेखक हैं : Yugalkishor Chaudhary | Yugalkishor Chaudhary की अन्य पुस्तकें पढने के लिए क्लिक करें : | इस पुस्तक का कुल साइज 1.18 MB है | पुस्तक में कुल 34 पृष्ठ हैं |नीचे मिटटी सभी रोगों की रामबाण औषधि हैं का डाउनलोड लिंक दिया गया है जहाँ से आप इस पुस्तक को मुफ्त डाउनलोड कर सकते हैं | मिटटी सभी रोगों की रामबाण औषधि हैं पुस्तक की श्रेणियां हैं : ayurveda, health, Knowledge

Name of the Book is : Mitti Sabhi Rogo Ki Ramban Aushadhi Hai | This Book is written by Yugalkishor Chaudhary | To Read and Download More Books written by Yugalkishor Chaudhary in Hindi, Please Click : | The size of this book is 1.18 MB | This Book has 34 Pages | The Download link of the book "Mitti Sabhi Rogo Ki Ramban Aushadhi Hai" is given above, you can downlaod Mitti Sabhi Rogo Ki Ramban Aushadhi Hai from the above link for free | Mitti Sabhi Rogo Ki Ramban Aushadhi Hai is posted under following categories ayurveda, health, Knowledge |

पुस्तक के लेखक :
पुस्तक की श्रेणी : , ,
पुस्तक का साइज : 1.18 MB
कुल पृष्ठ : 34

यदि इस पेज में कोई त्रुटी हो तो कृपया नीचे कमेन्ट में सूचित करें |
पुस्तक का एक अंश नीचे दिया गया है : यह अंश मशीनी टाइपिंग है, इसमें त्रुटियाँ संभव हैं, इसे पुस्तक का हिस्सा न माना जाये |

मिट्टी चिकित्सा लिखने का मेरा यह उद्देश्य है कि आज हमारे देश में बहुसंख्यक लोग सच्ची चिकित्सा-विधि न जानने के कारण बहुत ही कष्ट उठा रहे हैं। रात-दिन वैद्य, हकीम, डाक्टरों की गुलामी करके व अपार धन खर्च करके भी रोगों से लाखों प्राणी हर साल मर जाते हैं। बड़े-बड़े विद्वान्, वैद्यराज, डाक्टर आदि अनेक उपाय करके भी रोगों को समूल नष्ट करने में असफल हो रहे हैं। आए दिन सैंकड़ों नवीन औषधालय, अस्पताल, नर्स-हाऊस आदि खोले जा रहे हैं, परन्तु इनसे बजाय घटने के सर्व साधारण में रोग समूह चढ़ते ही जा रहे हैं ।

Share this page:

Leave a Reply

Your email address will not be published. Required fields are marked *