मूर्ख मंडली | Murkh Mandali के बारे में अधिक जानकारी :
इस पुस्तक का नाम : मूर्ख मंडली है | इस पुस्तक के लेखक हैं : Roop Narayan | Roop Narayan की अन्य पुस्तकें पढने के लिए क्लिक करें : Roop Narayan | इस पुस्तक का कुल साइज 1.9 MB है | पुस्तक में कुल 116 पृष्ठ हैं |नीचे मूर्ख मंडली का डाउनलोड लिंक दिया गया है जहाँ से आप इस पुस्तक को मुफ्त डाउनलोड कर सकते हैं | मूर्ख मंडली पुस्तक की श्रेणियां हैं : comedy
Name of the Book is : Murkh Mandali | This Book is written by Roop Narayan | To Read and Download More Books written by Roop Narayan in Hindi, Please Click : Roop Narayan | The size of this book is 1.9 MB | This Book has 116 Pages | The Download link of the book "Murkh Mandali " is given above, you can downlaod Murkh Mandali from the above link for free | Murkh Mandali is posted under following categories comedy |
पुस्तक का एक अंश नीचे दिया गया है : यह अंश मशीनी टाइपिंग है, इसमें त्रुटियाँ संभव हैं, इसे पुस्तक का हिस्सा न माना जाये |
घमेली-अच्छा तो तुम इसे मसद्दी के उस पार खाट के पीछे चुपचाप बैठी रहो वहाँ से सब तमाशी साफसाफ़ देख सकोगी। मगर देखो, अख्नर तक चू न करना। तुम जानती हो कि तुम्हारे स्वामी तुम्हारे सिवा और किमी को नहीं जानते वही तुम्हारा भ्रम तुमको अाज दिखाए देती हूँ । जाओ, छिप रहो मैं राजा से कह दूंगी कि तुम मौसी के यहाँ यों ही सब को देखने-भालने गई हो, शाम तक वहाँ से लौट आयोग । लेकिन देख बहन, अंत तक चुप रहना ।