नया हिंदी साहित्य : एक दृष्टि | Naya Hindi Sahitya : Ek Drishti

नया हिंदी साहित्य : एक दृष्टि | Naya Hindi Sahitya : Ek Drishti

नया हिंदी साहित्य : एक दृष्टि | Naya Hindi Sahitya : Ek Drishti

नया हिंदी साहित्य : एक दृष्टि | Naya Hindi Sahitya : Ek Drishti के बारे में अधिक जानकारी :

इस पुस्तक का नाम : नया हिंदी साहित्य : एक दृष्टि है | इस पुस्तक के लेखक हैं : Prakash Chandra Gupt | Prakash Chandra Gupt की अन्य पुस्तकें पढने के लिए क्लिक करें : | इस पुस्तक का कुल साइज 11.0 MB है | पुस्तक में कुल 227 पृष्ठ हैं |नीचे नया हिंदी साहित्य : एक दृष्टि का डाउनलोड लिंक दिया गया है जहाँ से आप इस पुस्तक को मुफ्त डाउनलोड कर सकते हैं | नया हिंदी साहित्य : एक दृष्टि पुस्तक की श्रेणियां हैं : Knowledge

Name of the Book is : Naya Hindi Sahitya : Ek Drishti | This Book is written by Prakash Chandra Gupt | To Read and Download More Books written by Prakash Chandra Gupt in Hindi, Please Click : | The size of this book is 11.0 MB | This Book has 227 Pages | The Download link of the book "Naya Hindi Sahitya : Ek Drishti" is given above, you can downlaod Naya Hindi Sahitya : Ek Drishti from the above link for free | Naya Hindi Sahitya : Ek Drishti is posted under following categories Knowledge |

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पुस्तक का साइज : 11.0 MB
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इस संग्रह के निबन्ध एक विशेष दृष्टिकोण से लिखे गये हैं। इस दृष्टिकोण से हिन्दी-संसार का परिचय उत्तरोत्तर बढ़ रहा है। समाज और साहित्य में परस्पर एक अन्तरङ्ग सम्बन्ध है और साहित्य समाज का दर्पण है-यह सिद्धान्त इन निबन्धों में व्यवहार-रूप में माना गया है। स्व० ‘प्रसादजी और सुश्री महादेवी वर्मा हिन्दी-साहित्य के 'रोमैन्टिक' कवि हैं। इनक आलोचना रूढ़िवादी दृष्टि से की गई है। यह जीवन की विषमताओं से बच कर चलते हैं, और कटु आलोचना लेखक का ध्येय नहीं ।

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