निर्मल कुमार बोस (एक घुमक्कड़ विद्वान) | Nirmal Kumaar Bose (Ek Ghumakkar Vidvaan)

निर्मल कुमार बोस (एक घुमक्कड़ विद्वान) | Nirmal Kumaar Bose (Ek Ghumakkar Vidvaan)

निर्मल कुमार बोस (एक घुमक्कड़ विद्वान) | Nirmal Kumaar Bose (Ek Ghumakkar Vidvaan) के बारे में अधिक जानकारी :

इस पुस्तक का नाम : निर्मल कुमार बोस (एक घुमक्कड़ विद्वान) है | इस पुस्तक के लेखक हैं : Surajit Sinha | Surajit Sinha की अन्य पुस्तकें पढने के लिए क्लिक करें : | इस पुस्तक का कुल साइज 5.7 MB है | पुस्तक में कुल 104 पृष्ठ हैं |नीचे निर्मल कुमार बोस (एक घुमक्कड़ विद्वान) का डाउनलोड लिंक दिया गया है जहाँ से आप इस पुस्तक को मुफ्त डाउनलोड कर सकते हैं | निर्मल कुमार बोस (एक घुमक्कड़ विद्वान) पुस्तक की श्रेणियां हैं : Biography

Name of the Book is : Nirmal Kumaar Bose (Ek Ghumakkar Vidvaan) | This Book is written by Surajit Sinha | To Read and Download More Books written by Surajit Sinha in Hindi, Please Click : | The size of this book is 5.7 MB | This Book has 104 Pages | The Download link of the book "Nirmal Kumaar Bose (Ek Ghumakkar Vidvaan)" is given above, you can downlaod Nirmal Kumaar Bose (Ek Ghumakkar Vidvaan) from the above link for free | Nirmal Kumaar Bose (Ek Ghumakkar Vidvaan) is posted under following categories Biography |


पुस्तक के लेखक :
पुस्तक की श्रेणी :
पुस्तक का साइज : 5.7 MB
कुल पृष्ठ : 104

Search On Amazon यदि इस पेज में कोई त्रुटी हो तो कृपया नीचे कमेन्ट में सूचित करें |
पुस्तक का एक अंश नीचे दिया गया है : यह अंश मशीनी टाइपिंग है, इसमें त्रुटियाँ संभव हैं, इसे पुस्तक का हिस्सा न माना जाये |

उनका बाहरी रूप संयत और कठोर था और वाद-विवाद में उनकी भाषा कटु और उत्तेजनापूर्ण हो जाती थी, जिसके पीछे एक सहृदय, भावुक कलाप्रेमी, उदार और संवेदनशील व्यक्तित्व रहता था। इस असाधारण और जटिल व्यक्तित्व की गहराइयों को समझ पाना कठिन है। मैं केवल उन्हें उनके सामाजिक परिवेश और काल-परिप्रेक्ष्य में प्रस्तुत करने का प्रयत्न करूंगा, और उनकी जीवन संबंधी घटनाओं का उल्लेख कर उनकी सर्जनात्मक उपलब्धियों को उद्घाटित करने की चेष्टा करूंगा।

You might also like
Leave A Reply

Your email address will not be published.