ओशो (रजनीश ) का अधुनातम शिक्षा दर्शन | Osho (Rajneesh) Ka Adhunatam Shiksha Darshan के बारे में अधिक जानकारी :
इस पुस्तक का नाम : ओशो (रजनीश ) का अधुनातम शिक्षा दर्शन है | इस पुस्तक के लेखक हैं : osho | osho की अन्य पुस्तकें पढने के लिए क्लिक करें : osho | इस पुस्तक का कुल साइज 73.3 MB है | पुस्तक में कुल 221 पृष्ठ हैं |नीचे ओशो (रजनीश ) का अधुनातम शिक्षा दर्शन का डाउनलोड लिंक दिया गया है जहाँ से आप इस पुस्तक को मुफ्त डाउनलोड कर सकते हैं | ओशो (रजनीश ) का अधुनातम शिक्षा दर्शन पुस्तक की श्रेणियां हैं : education, inspirational, Spirituality -Adhyatm
Name of the Book is : Osho (Rajneesh) Ka Adhunatam Shiksha Darshan | This Book is written by osho | To Read and Download More Books written by osho in Hindi, Please Click : osho | The size of this book is 73.3 MB | This Book has 221 Pages | The Download link of the book "Osho (Rajneesh) Ka Adhunatam Shiksha Darshan" is given above, you can downlaod Osho (Rajneesh) Ka Adhunatam Shiksha Darshan from the above link for free | Osho (Rajneesh) Ka Adhunatam Shiksha Darshan is posted under following categories education, inspirational, Spirituality -Adhyatm |
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आज हमारा देश, हमारा समाज अन्धकार के गर्त में धंसता चला जा रहा है। इसका कारण हमारी शिक्षा की वर्तमान रूपरेखा त| वर्तमान शिक्षा प्रणाली हैं। हम लोगों को वकील, डाक्टर, शिक्षक तो बना रहे हैं किन्तु यह सब धन कमाने की कलायें हैं। इससे हमारे समाज का चारित्रिक, सामाजिक विकास सम्भव नहीं है। जिसके फलस्वरूप भारत आज विनाश की और बड़ी तीव्र गति से बढ़ रहा है। संसार में ज्ञान की सर्वप्रम ज्योति मारत में प्रचलित हुई, भारत को जगत गुरु की पदवी से विभूषित किया गया। फिर भी आज क्या कारण है कि हम शिक्षा के क्षेत्र में, विज्ञान के क्षेत्र में, टेक्नोलॉजी के क्षेत्र में अन्य देशों से पिछड़े हुए हैं। हमारी शिक्षा व्यवस्था को विदेशी आक्रमणों का जो आधात सहना पड़ा है यदि किसी और देश को यह आघात सहने पड़े होते तो वह समूल नष्ट हो जाता, किन्तु हमारी शिक्षा विकसित नहीं हुई तो खत्म भी नहीं हुई। हमारी शिक्षा में विदेशी आक्रमणकारियों का प्रभाव पर पड़ा जिसके परिणाम स्वरूप भारतीय जनमानस विनाश के कगार पर खड़ा हुआ हैं।