पहली कहानी | Pahali Kahani के बारे में अधिक जानकारी :
इस पुस्तक का नाम : पहली कहानी है | इस पुस्तक के लेखक हैं : kamleshwar | kamleshwar की अन्य पुस्तकें पढने के लिए क्लिक करें : kamleshwar | इस पुस्तक का कुल साइज 04.0 MB है | पुस्तक में कुल 226 पृष्ठ हैं |नीचे पहली कहानी का डाउनलोड लिंक दिया गया है जहाँ से आप इस पुस्तक को मुफ्त डाउनलोड कर सकते हैं | पहली कहानी पुस्तक की श्रेणियां हैं : Stories, Novels & Plays
Name of the Book is : Pahali Kahani | This Book is written by kamleshwar | To Read and Download More Books written by kamleshwar in Hindi, Please Click : kamleshwar | The size of this book is 04.0 MB | This Book has 226 Pages | The Download link of the book "Pahali Kahani" is given above, you can downlaod Pahali Kahani from the above link for free | Pahali Kahani is posted under following categories Stories, Novels & Plays |
यदि इस पेज में कोई त्रुटी हो तो कृपया नीचे कमेन्ट में सूचित करें |
पुस्तक का एक अंश नीचे दिया गया है : यह अंश मशीनी टाइपिंग है, इसमें त्रुटियाँ संभव हैं, इसे पुस्तक का हिस्सा न माना जाये |
नयो कहानी, अक्हानों, सचेतन कहानी, सहज कहानी, साठोत्तरी कहानी, समातर कहानी आदि नामो और कबीलो के अतगत वैचारिक और सघषवादी दौर से गुज़रते हुए हिंदी कहानी का रचनात्मक काफिला जन, जीवन, मन, मानस, विचारा और परम्पराओं का पुनमूल्यांकन करता हुआ उन सभी अछूते और अनुल्लघनीय क्षेत्रो तक अलग अलग नामी और ववीलो के रूप में गया और उन सब कवीलों ने अपने प्रामाणिक अनुभवों को साहित्य के लिए सचित कर दिया। कहानी ने अपनी माहित्यिक प्रतिष्ठा का दाव पर लगाकर अपने समय के मनुष्य की प्रतिष्ठापना की और आनेवाले समय के लिए यह तय कर दिया कि साहित्य मनुष्य-केंद्रित होकर ही अपने साहित्यिक सौंदय की रचना कर सकता है और यह भी कि साहित्य का सत्य मनुष्य के सत्य से बडा नही है ।