प्राचीन भारतीय आर्य राज वंश | Pracheen Bharatiya Arya Raj Vansh के बारे में अधिक जानकारी :
इस पुस्तक का नाम : प्राचीन भारतीय आर्य राज वंश है | इस पुस्तक के लेखक हैं : Laxminarayan | Laxminarayan की अन्य पुस्तकें पढने के लिए क्लिक करें : Laxminarayan | इस पुस्तक का कुल साइज 6.24 MB है | पुस्तक में कुल 379 पृष्ठ हैं |नीचे प्राचीन भारतीय आर्य राज वंश का डाउनलोड लिंक दिया गया है जहाँ से आप इस पुस्तक को मुफ्त डाउनलोड कर सकते हैं | प्राचीन भारतीय आर्य राज वंश पुस्तक की श्रेणियां हैं : history
Name of the Book is : Pracheen Bharatiya Arya Raj Vansh | This Book is written by Laxminarayan | To Read and Download More Books written by Laxminarayan in Hindi, Please Click : Laxminarayan | The size of this book is 6.24 MB | This Book has 379 Pages | The Download link of the book "Pracheen Bharatiya Arya Raj Vansh" is given above, you can downlaod Pracheen Bharatiya Arya Raj Vansh from the above link for free | Pracheen Bharatiya Arya Raj Vansh is posted under following categories history |
पुस्तक का एक अंश नीचे दिया गया है : यह अंश मशीनी टाइपिंग है, इसमें त्रुटियाँ संभव हैं, इसे पुस्तक का हिस्सा न माना जाये |
प्रस्तुत ग्रन्थ के लेखक श्री सुमन शर्मा में प्रतिभा है, मुझ है और मौलिकता है । इम ग्रन्थ में इन्होने सप्रमाण जिन विचारों को देश-विदेश के विद्वानों के सामने रखा है, उन्हें उपेक्षा की दृष्टि से नही देखा जा सकता और न उनकी अवहेलना ही की जा साती है । सयोगवश लेखक को चार साल एकान्तवास का समय मिला।प्रतिभा-सम्पन्न और प्रखर बुद्धि होने के कारण उनके मन में यह विचार उठा कि आर्यों के आदि निवास तथा काल के सम्बन्ध में पाजिटर आदि पाश्चात्य विद्वानो तथा अनेक भारतीय विद्वानो ने जो धारणाएँ प्रतिपादित की हैं वसा ये ही सत्य है अथवा उनके विचार भ्रामक है ।