प्रवचन सुधा | Pravachan Sudha के बारे में अधिक जानकारी :
इस पुस्तक का नाम : प्रवचन सुधा है | इस पुस्तक के लेखक हैं : Swami Maheshvranand | Swami Maheshvranand की अन्य पुस्तकें पढने के लिए क्लिक करें : Swami Maheshvranand | इस पुस्तक का कुल साइज 135.4 MB है | पुस्तक में कुल 439 पृष्ठ हैं |नीचे प्रवचन सुधा का डाउनलोड लिंक दिया गया है जहाँ से आप इस पुस्तक को मुफ्त डाउनलोड कर सकते हैं | प्रवचन सुधा पुस्तक की श्रेणियां हैं : dharm
Name of the Book is : Pravachan Sudha | This Book is written by Swami Maheshvranand | To Read and Download More Books written by Swami Maheshvranand in Hindi, Please Click : Swami Maheshvranand | The size of this book is 135.4 MB | This Book has 439 Pages | The Download link of the book "Pravachan Sudha " is given above, you can downlaod Pravachan Sudha from the above link for free | Pravachan Sudha is posted under following categories dharm |
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कुछ और गम्भीर विचार करने पर स्पष्ट मालूम होता है कि-वह जिस परम सुख को चाहता है वह नहीं मिल रहा है, और वह परम सुख ही मोक्ष है, अतः यह मोक्ष के लिए हो सब कुछ प्रयत्न करता है।उसके लिए ही यह कोटि-कोटि जन्मों से प्रयत्न करता आया है। जो कुछ यह चाहता है सो उसीके भ्रमसे । जैसे पानी में डूबता हुआ आदमी जो कुछ सामने आजाय, उसे ही पार जाने का साधन समझ बैठता है, चाहे वह विषधर सर्प ही क्यों न होवे-उसे भी वह पकड़ लेगा वह भी इसे कुछ कष्ट ही देता है।