प्रेमगाथा काव्य संग्रह : गुलाबराय हिंदी पुस्तक | Premgatha Kavya Sangrah : Gulab Ray Hindi Book के बारे में अधिक जानकारी :
इस पुस्तक का नाम : है | इस पुस्तक के लेखक हैं : | की अन्य पुस्तकें पढने के लिए क्लिक करें : | इस पुस्तक का कुल साइज 15.45 MB है | पुस्तक में कुल 410 पृष्ठ हैं |नीचे का डाउनलोड लिंक दिया गया है जहाँ से आप इस पुस्तक को मुफ्त डाउनलोड कर सकते हैं | पुस्तक की श्रेणियां हैं : Biography, education, history, india, Poetry
Name of the Book is : | This Book is written by | To Read and Download More Books written by in Hindi, Please Click : | The size of this book is 15.45 MB | This Book has 410 Pages | The Download link of the book "" is given above, you can downlaod from the above link for free | is posted under following categories Biography, education, history, india, Poetry |
यदि इस पेज में कोई त्रुटी हो तो कृपया नीचे कमेन्ट में सूचित करें |
पुस्तक का एक अंश नीचे दिया गया है : यह अंश मशीनी टाइपिंग है, इसमें त्रुटियाँ संभव हैं, इसे पुस्तक का हिस्सा न माना जाये |
शंप तीन पुस्तका-- इंद्रावती चित्रावलली शरीर यूसुफर- जुलेखा -के पाठों में साधारण परिवतन यत्र-तत्र कर दिये गये है । प्रामाशिक संस्करणों के असाव में इन तीनों के पाठ में अपेक्षित परि- चतन नहीं किया जा सका हैं । इधर सूफी काव्यघारा की कुछ और सहत्त्वपूण सामग्री भी प्रकाश में आ चुकी हे जिसमे शेख कुतुवन की मगावति मंभन की मघुमालति जान कवि की कनकाबति कामलता छीता और मधुकर मालति आदि कासिमशाह का हंस-जवाहिर चूर मुदम्मद की िलुराग वॉसुर्गी खवाजा अहमद की नूरजहाँ तथा कवि नपीर का प्रेमट्पण छादि प्रमगाधाएँ एवं खुसरो जायसी शेख फरीद यारीसाहव घुल्लेशाह नजीर हाजी वली तथा वजहन आदि के फुटकर दोहे पद श्र छुंडलियाँ श्रादि प्रधान हू। इनमें से भी चानगी के लिए कुछ चीजे जोड़ने का मेरा विचार था पर पुस्तक के बड़ी हो जाने के भय से ऐसा न कर सका। इस नवीन सामग्री के कुछ प्रमुख भ्रंथों के नाम पाठकों की सुविधा के लिए सहायक ग्रंथ की सूची में जोड़ रिये गये है । ाशा हैं यदद नवीन संस्करण अधिक उपयोगी सिद्ध होगा | गोमती निवास दिल्ली-दरवाजा आगरा चिनीत ग्ापाद शुक् गुलावराय