प्रिय प्रवास | Priya Pravas

प्रिय प्रवास | Priya Pravas

प्रिय प्रवास | Priya Pravas के बारे में अधिक जानकारी :

इस पुस्तक का नाम : प्रिय प्रवास है | इस पुस्तक के लेखक हैं : Ayodhya Singh Upadhyay | Ayodhya Singh Upadhyay की अन्य पुस्तकें पढने के लिए क्लिक करें : | इस पुस्तक का कुल साइज 34.42 MB है | पुस्तक में कुल 339 पृष्ठ हैं |नीचे प्रिय प्रवास का डाउनलोड लिंक दिया गया है जहाँ से आप इस पुस्तक को मुफ्त डाउनलोड कर सकते हैं | प्रिय प्रवास पुस्तक की श्रेणियां हैं : literature

Name of the Book is : Priya Pravas | This Book is written by Ayodhya Singh Upadhyay | To Read and Download More Books written by Ayodhya Singh Upadhyay in Hindi, Please Click : | The size of this book is 34.42 MB | This Book has 339 Pages | The Download link of the book "Priya Pravas" is given above, you can downlaod Priya Pravas from the above link for free | Priya Pravas is posted under following categories literature |

पुस्तक के लेखक :
पुस्तक की श्रेणी :
पुस्तक का साइज : 34.42 MB
कुल पृष्ठ : 339

यदि इस पेज में कोई त्रुटी हो तो कृपया नीचे कमेन्ट में सूचित करें |
पुस्तक का एक अंश नीचे दिया गया है : यह अंश मशीनी टाइपिंग है, इसमें त्रुटियाँ संभव हैं, इसे पुस्तक का हिस्सा न माना जाये |

यद्यपि वर्तमान पत्र और पत्रिकाओं में कभी-कभी एक आध भिन्नकान्त कविता किसी उत्साही युवक कवि की लेखनी से प्रसूत हाकर आजकल प्रकाशित हो जाती है, तथापि में यह कहूँगा कि भिन्नतुकान्त कविता भावा-साहित्य के लिये एक बिल्कुल नई वस्तु
है; और इस प्रकार की कविता में किसी काव्य का लिखा जाना ती 'नननं नृतनं पदे पदे हैं। इस लिये पह,दा लिख़ने के लिये 11नि ६ कर जैसे मैन बालचापल्य किया है, उसी प्रकार अपनी अल्प विपया-मनि साहाय्य से अनुकान्त कविता में महाकाव्य गिरने का यत्न करके में अतीव उपहासास्पद हुआ हूँ ।

Share this page:

Leave a Reply

Your email address will not be published. Required fields are marked *