राजपूताने का इतिहास भाग-4 | Rajputane ka Itihas Bhag-4 के बारे में अधिक जानकारी :
इस पुस्तक का नाम : राजपूताने का इतिहास भाग-4 है | इस पुस्तक के लेखक हैं : Ray Bahadur Gaurishankar Hirachand Ojha | Ray Bahadur Gaurishankar Hirachand Ojha की अन्य पुस्तकें पढने के लिए क्लिक करें : Ray Bahadur Gaurishankar Hirachand Ojha | इस पुस्तक का कुल साइज 14.6 MB है | पुस्तक में कुल 388 पृष्ठ हैं |नीचे राजपूताने का इतिहास भाग-4 का डाउनलोड लिंक दिया गया है जहाँ से आप इस पुस्तक को मुफ्त डाउनलोड कर सकते हैं | राजपूताने का इतिहास भाग-4 पुस्तक की श्रेणियां हैं : history
Name of the Book is : Rajputane ka Itihas Bhag-4 | This Book is written by Ray Bahadur Gaurishankar Hirachand Ojha | To Read and Download More Books written by Ray Bahadur Gaurishankar Hirachand Ojha in Hindi, Please Click : Ray Bahadur Gaurishankar Hirachand Ojha | The size of this book is 14.6 MB | This Book has 388 Pages | The Download link of the book "Rajputane ka Itihas Bhag-4" is given above, you can downlaod Rajputane ka Itihas Bhag-4 from the above link for free | Rajputane ka Itihas Bhag-4 is posted under following categories history |
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राजपृनाने से सम्बन्ध रखनेवाले समस्त प्राचीन राजवंश का क्रमवद्ध संक्षिप्त इतिहास तथा मुसलमानां, मरहट्टा और अग्रेज़ी के साथ का राजपूताने के सम्बन्ध का परिचय देने के पश्चात् उदयपुर राज्य का प्रारम्भ से लेकर भद्दारावल रत्नसिंह तक का, जिसके साथ मंत्राट्ट का रावल शाखा की समाप्ति हुई, इतिहास लिखा गया है । इस हिन्द में महाराणा हम्मीरसह स वर्तमान समय तक का माड़ की राणा शाखा के राजा का सविस्तर इतिहास है ।